A view of the sea

दीदी के राज में मुर्शिदाबाद में हर तरफ मंडरा रहा मौत का साया, पिता- दादा को तलाश रहे बच्चे 

मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। 

अब चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।

इस शांति के बीच कई चीखें भी गूंज रही हैं। ये आवाजें उन लोगों की हैं जिनके अपने इस दंगे की आग में जल गए।

मुर्शिदाबाद हिंसा में कम से कम तीन लोगों की जान चली गई है और कई घायल हैं। कई ऐसे लोग भी हैं जिनका कोई अता-पता नहीं है।

मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त धुलियान इलाके के लोग जान बचाने के लिए गंगा पार कर मालदा के बैष्णबनगर के एक स्कूल में शरण लिए हुए हैं। 

इस स्कूल अब लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं और उनके चेहरों पर हिंसा का खौफ साफ देखा जा सकता है।

इस हिंसा में छोटे- छोटे बच्चे हर पल अपने पिता और दादा को खोज रहे हैं।

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