A view of the sea

  गौतम बुद्ध की लेटी हुई इस मूर्ति का उनकी मृत्यु       से क्या है नाता? 

अंतिम साधना: लेटी हुई मूर्ति गौतम बुद्ध के जीवन के अंतिम क्षणों का प्रतीक है, जब वह महापरिनिर्वाण की अवस्था में थे।

मूर्ति की स्थिति: इस मूर्ति में गौतम बुद्ध उल्टी तरफ लेटे हुए हैं, और उनका हाथ माथे पर टिका हुआ है।

विषैला भोजन: गौतम बुद्ध की मृत्यु विषैला भोजन करने से हुई थी, जो उन्हें कुंडा नामक लोहार ने उपहार स्वरूप दिया था।

शिष्यों के लिए चेतावनी: बुद्ध को इस भोजन की विषाक्तता का आभास हो गया था, इसलिए उन्होंने अपने शिष्यों को इसे न खाने की चेतावनी दी।

माफ करने की शिक्षा: बुद्ध ने बिना गुस्सा किए लोहार को माफ कर दिया और बचा हुआ भोजन भूमि में गड़वा दिया।

कुशीनगर की यात्रा: विषैला भोजन करने के बाद, बुद्ध ने शिष्यों से कुशीनगर ले जाने को कहा, जहां उन्होंने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया।

महापरिनिर्वाण: बुद्ध समझ चुके थे कि उनकी मृत्यु का समय आ गया है, इसलिए वह माथे पर हाथ रखकर लेट गए, इस अवस्था को महापरिनिर्वाण कहा जाता है।

अंतिम उपदेश: बुद्ध ने अपने शिष्यों को अंतिम उपदेश दिया कि व्यक्ति को हमेशा सच और सही के मार्ग पर चलना चाहिए।