शिशु के कमरे में रात भर हीटर चलाने का किया होता है असर
क्या शिशु के कमरे में रात भर हीटर चलाना सुरक्षित है? ठंड से बचाने के लिए रात-दिन हीटर का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं हीटर का इस्तेमाल करना सही है या गलत?
सर्दियों में शिशु के कमरे में हीटर का प्रयोग गर्मी पैदा करने के लिए किया जाता है। लेकिन कमरे का तापमान बहुत अधिक ना हों। कमरे का तापमान 25-28 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।
रातभर हीटर को लगातार चलाने की बजाए, ये बेहतर होगा कि आप कुछ समय के लिए बंद करके फिर चालू करें। ताकि रूम का तापमान सही बना रहें।
कमरे का तापमान बहुत ज्यादा होगा तो शिशु को पसीना आना, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हीटर के कारण कमरे की नमी कम हो जाती है। यदि बच्चों के कमरे में नमी कम हो जाती है तो उनकी सांस के लिए परेशानी हो सकती है।
सूखी हवा के कारण बच्चों की नाक और गले में खराश आ सकती है। इससे बचने के लिए कमरे में ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करना चाहिए।
हीटर से निकलने वाली सीधी गर्म हवा, शिशु के शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है।
अगर हीटर बच्चे के बिस्तर या क्रैडल के बहुत नजदीक होगा तो उसपर गर्म हवा सीधे पड़ेगी.