पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रान्त देश की सरकार और सेना के खिलाफ विद्रोह का केंद्र बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर डॉक्टर महरंग बलोच हैं।
महरंग बलोच की लड़ाई का तरीका गांधीवादी है। उनका कहना है कि हम किसी भी व्यक्ति के खिलाफ हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं।
महरंग बलूच एक पाकिस्तानी बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। जो बलूचिस्तान के पाकिस्तानी प्रांत में अधिकारियों द्वारा गैरकानूनी तरीके से गायब किए जाने और उनकी हिरासत में हत्या के खिलाफ हैं।
महरंग बलोच के पिता एक मजदूर थे। वह जब 16 साल की थीं तभी उनके पिता को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई। इसके अलावा महरंग बलोच एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर डॉक्टर भी है।
महरंग 2006 से बलूच लोगों के इस तरह से अपहरण का विरोध कर रही हैं। महरंग के पिता भी 2011 में इसी तरह गायब किए गए थे और बाद में उनका शव मिला था। साल 2017 में उनके भाई गायब हुए तब महरंग सड़कों पर उतरीं।
महरंग बलोच की सभाओं और रैलियों में लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।