A view of the sea

     हिंदू धर्म के इस पवित्र धागे के कड़े    हैं नियम, महिला-पुरुष में भेदभाव या                         कुछ और?

हिंदू धर्म में कलावा या रक्षा सूत्र बांधने की परंपरा बहुत पुरानी है, जो सुरक्षा और शुभता का प्रतीक मानी जाती है।

पुरुषों के बाएं हाथ में कलावा बांधने की परंपरा है, क्योंकि बायां हाथ शारीरिक और मानसिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।

महिलाओं के बाएं हाथ में कलावा बांधने का कारण शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक माना जाता है।

विवाहित महिलाओं को बाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए, जो उनकी गृहस्थी और समृद्धि की रक्षा करता है।

पुरुषों को दाएं हाथ में कलावा बांधने की परंपरा है, क्योंकि यह सक्रियता और कार्यों में दक्षता का प्रतीक है।

कलावे का रंग भी महत्वपूर्ण है—लाल रंग मंगल ग्रह को मजबूत करता है, जबकि पीला रंग बृहस्पति ग्रह को शक्तिशाली बनाता है।

अविवाहित पुरुषों और महिलाओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए, जो उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता लाता है।

कलावा बांधने के धार्मिक और सांस्कृतिक कारण होते हैं, जो जीवन में रक्षा, समृद्धि और शुभता को सुनिश्चित करते हैं।

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