क्यों नहीं मनाना चाहिए ईद-ए-मिलाद? पाकिस्तान के प्रसिद्ध धर्मगुरु ने बताई वजह

Sohail Rahman      16-09-2024

पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन नबी त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

मुफ्ती तारिक मसूद के मुताबिक इस्लाम में बर्थ डे सेलिब्रेट करने का रिवाज नहीं है।

मुफ्ती तारिक मसूद का कहना है कि पूरे अरब में ईद-ए-मिलाद सेलिब्रेट नहीं किया जाता है।

सऊदी अरब के लोग ईद-ए-मिलाद का जश्न नहीं मनाते हैं।

मुफ्ती साहब ने कहा कि सही हदीस है कि नबी पीर के दिन का रोजा रखते थे। सहाबा ने जब इसकी वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि ये मेरा यौम-ए-विलादत है। मतलब इस दिन वह पैदा हुए थे

उन्होंने बताया कि रोजा और ईद एक दिन नहीं मनाया जा सकता। रमजान खत्म होने के बाद ही ईद आती है।