हिंदू धर्म में मंदिरों मे नारियल को शुभ कार्यक्रमों और नई शुरुआत से पहले पूजा में चढ़ाया जाता है।
लेकिन इसके साथ ही यह भी देखा जाता है कि महिलाओं को नारियल तोड़ने से बचने की सलाह दी जाती है
आखिर ऐसा क्यो है आइए आपको बताते है-
आपको बता दे कि,नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है “श्री” यानी धन और समृद्धि।
नारियल में तीन आंखें होती हैं, जो भगवान शिव की तीन आंखों का प्रतीक मानी जाती हैं और इसे भगवान शिव का प्रिय फल भी माना जाता है और देवताओं को नारियल चढ़ाने से धन संबंधी समस्याओं का निवारण होता है।
महिलाओं को घर की लक्ष्मी माना जाता है,चूंकि नारियल तोड़ने को बलि या बलिदान का एक रूप माना जाता है, इसलिए इसे महिलाओं से नहीं करने की सलाह दी जाती है।
जब महिला के गर्भ में बीज (भ्रूण) पल रहा हो, तो उसे किसी दूसरे बीज (नारियल) को नष्ट करने से बचना चाहिए, ताकि उसकी प्रजनन क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
अतिरिक्त, यह भी कहा जाता है कि महिलाएं अपनी आंतरिक शक्ति और उर्वरता के प्रतीक के रूप में देखी जाती हैं।
और उन्हें कोई भी ऐसी क्रिया नहीं करनी चाहिए जिससे नष्ट करने का विचार उत्पन्न हो।