Yunus को सेख हसीना की ऐसी लगी बद्दुआ, बांग्लादेश का नाम बदलने की उठने लगी मांग
बांग्लादेश में एक बार फिर से छात्र आंदोलन शुरू हो गया है। इस आंदोलन से भारत विरोधी और शेख हसीना विरोधी नारे लगा रहे हैं।
छात्र आंदोलन 2.0 के शुरू होते ही मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर भी तख्तापलट का खतरा मंडराते दिख रहा है।
आपको बता दें , छात्र आंदोलन के बहाने शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंका गया था और यूनुस सत्ता की कुर्सी पर आ गये थे।
लेकिन अब वही आंदोलन अब यूनुस के लिए मुसीबत बनते नजर आ रही है। देश का नाम बदलने की मांग और संविधान को कब्र में दफनाने की कट्टर इच्छा ने भी यूनुस के सिंहासन को हिलाना अब शुरू कर दिया है।
31 दिसंबर, 2024 को ढाका के सेंट्रल शहीद मीनार पर हजारों छात्र जुटे थे।
इसी शहीद मीनार से शेख हसीना सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले छात्रों के समूह ने अब इस बार मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है।
आपको बता दे कि, इस छात्र आंदोलन में इस्लामिक राज्य की स्थापना और कट्टरता को बढ़ावा देने वाले नारे को लगाया जा रहे हैं। जिसकी वजह से बांग्लादेश बहुत चिंतित हैं।
और इस आंदोलन में यूनुस के साथ ही साथ शेख हसीना के खिलाफ भी नारे लगाए जा रहे हैं।मानो कि आज भी बांग्लादेश में छात्रों में शेख हसीना के खिलाफ गुस्सा कुट कुट के भरा हुआ है।