संबंधित खबरें
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: झारखंड-महाराष्ट्र में किसको मिलेगी सत्ता की चाभी, जनता ने किसको किया है बेदखल? आज हो जाएगा तय
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
इंडिया न्यूज़, वाशिंगटन।
covid 19 Omicron Has a Higher Risk of Heart Attack in Children : वैज्ञानिकों ने कहा कि अन्य कोरोना वैरिएंट (Corona Variants) के मुकाबले ओमिक्रॉन (Omicron) बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है। बच्चों में ओमिक्रॉन (Omicron) के कारण दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है। इसका कारण ओमिक्रॉन (Omicron) से उनके ऊपरी वायुमार्ग में होने वाला संक्रमण (UAI) है। यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो (University of Colorado) में हुए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 19 साल की उम्र तक के अस्पताल में भर्ती 18,849 कोरोना मरीजों पर बीमारी के असर का आकलन किया।
अमेरिका की नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी (North Western University) और स्टोनी ब्रूक यूनिवर्सिटी (Stony Brook University) के शोधार्थी भी इस अध्ययन में शामिल हुए। अध्ययन में पाया गया कि छोटी उम्र के बच्चों में ओमिक्रॉन (Omicron) के कारण यूएआई (UAI) का खतरा अधिक होता है। इसमें भी ओमिक्रॉन (Omicron) के पूरी तरह हावी होने से पहले औसत 4 साल 5 महीने के बच्चों को खतरा अधिक था, वहीं ओमिक्रॉन (Omicron) की सक्रिय लहर के दौरान दो साल तक के बच्चों पर भी इसका खतरा बढ़ जाता है।
हालांकि गंभीर स्थिति की बात करें तो लहर से पहले और उसके दौरान भर्ती हुए बच्चों की संख्या में बहुत अंतर नहीं था। करीब 21.1 फीसदी बच्चों में ही कोरोना और यूएई (UAE) दोनों की स्थिति गंभीर हुई थी। जिसमें सांस लेने के लिए उनके नली डालनी पड़ी। बार-बार स्थिति बिगड़ने पर इन बच्चों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। यह शोध पिछले हफ्ते जामा पीडियाट्रिक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ।
जीनोम सीक्वेंसिंग नेटवर्क इन्साकॉग के अनुसार, कई सवाल उठने के बाद भी कोरोना रोधी टीका देश में करोड़ों जिंदगियों को बचाने में कामयाब रहा है। नई दिल्ली स्थित आईजीआईबी (IGIB) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनोद स्कारिया (Vinod Scaria) का कहना है कि ओमिक्रॉन (Omicron) की तरह इस बार भी देश में महामारी का असर काफी नियंत्रित स्थिति में है, जो सीधे तौर पर कोरोना टीकाकरण की वजह से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर महामारी की लहर आती रहेंगी लेकिन कोरोना रोधी टीका के जरिये संक्रमण का प्रभाव हल्का रखा जा सकता है।
अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh), केरल (Kerala), मिजोरम (Mizoram), मेघालय (Meghalaya) और असम (Assam) के भी कुछ जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर पांच फीसदी या उससे अधिक दर्ज की गई। इस सूची में केरल के 15 जिले शामिल हैं।
भारत का स्वदेशी टीका कोवाक्सिन (Covaxin) अब उत्तरी अमेरिका भी पहुंच गया है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी (Bharat Biotech Company) ने अमेरिका और कनाडा के लिए ऑकुजेन कंपनी के साथ करार किया था। साथ ही मैक्सिको में कोवाक्सिन (Covaxin) को अनुमति मिली है। मैक्सिको के विदेश सचिव मार्सेलो एब्रार्ड (Marcelo Ebrard) के साथ बैठक के बाद बोर्ड अध्यक्ष डॉ. शंकर मुसुनूरी (Sankar Musunuri) ने बताया कि वह मैक्सिको में कोवाक्सिन (Covaxin) के व्यावसायीकरण के लिए उत्साहित हैं।
Also Read : Covid 19 New Variant : मुंबई के बाद गुजरात में मिला अब कोरोना का नया XE वैरिएंट
Also Read : Corona Update Today 8 April 2022 आज देश में सामने आए इतने नए केस
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.