संबंधित खबरें
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
Indonesia bans export of palm oil
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश में पहले से ही महंगाई ने जनता की कमर तोड़ रखी है। न केवल पेट्रोल डीजल बल्कि खाने पीने की वस्तुओं के दाम भी 7वें आसमान पर पहुंचे हुए हैं। वहीं अब महंगाई के मोर्चे पर इंडोनेशिया से भी बड़ा झटका मिला है। इंडोनेशिया ने 28 अप्रैल से पाम तेल के निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है। यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी।
प्रतिबंध लगते ही देश में अभी से इसका असर दिखना शुरू हो गया है। खाद्य तेलों के भावों (Edible Oil Prices) में 50 रुपए प्रति टीन तक की बढ़ोतरी हो गई है। इतना ही नहीं, प्रतिबंध से पहले ही इंडोनेशिया (Indonesia) ने पाम आयल का निर्यात काफी घटा दिया था। इस कारण एक सप्ताह में 150 रुपए प्रति टीन तक खाद्य तेलों के भाव बढ़ चुके हैं।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया (Indonesia) पूरी दुनिया में पाम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है। जबकि भारत बड़ी मात्रा में पाम तेल का आयात करता है। अत: इंडोनेशिया के इस कदम से भारत की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। भारत में पहले से ही खाने के तेल महंगे हैं और इनके दामों में अब और उछाल आने की संभावना है।
जानना जरूरी है कि इंडोनेशिया के बाद मलेशिया (Malaysia) दूसरे नम्बर पर है जो सबसे ज्यादा पाम तेल का निर्यात करता है। फिलहाल भारत लगभग 90 लाख टन पाम तेल का आयात करता है। इसमें से 70 प्रतिशत पाम तेल इंडोनेशिया से आता है जबकि 30 प्रतिशत पाम तेल मलेशिया (Malaysia) से आयातित होता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक इंडोनेशिया के प्रतिबंध लगाने के बाद भारत में पाम तेल का आयात प्रभावित होगा। इसलिए भारत को अब मलेशिया पर निर्भरता बढ़ानी होगी।
खाने के तेल महंगे होने के एक दो नहीं बल्कि कई कारण हैं। दरअसल, विदेशों में तेजी के कारण आयात करना महंगा हो रहा है। वहीं मूंगफली का उत्पादन भी मांग के मुकाबले कम हुआ है। इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भी सप्लाई पर असर पड़ा है। ये भी कहा जा रहा है कि इन दिनों शादी-विवाह के सीजन के चलते बंपर सावों की स्थानीय डिमांड अधिक होने से तेल में उछाल आया है।
यह भी पढ़ें : LIC IPO पर युद्ध का असर, 40 प्रतिशत घट सकता है इश्यू साइज
यह भी पढ़ें : बैंकिंग शेयरों से बाजार पर बना दबाव, सेंसेक्स 714 अंक गिरकर 57,197 पर बंद
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.