संबंधित खबरें
अमेरिकी SEC के पास विदेशी नागरिक को बुलाने का नहीं है अधिकार, अडानी को 'उचित माध्यम' से भेजा जाएगा नोटिस
अडानी समूह ने वित्तीय ताकत का किया दावा , दिखाया बिना बाहरी कर्ज के भी किया जा सकता है विकास
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
WhatsApp नीति को लेकर भारत ने लगाया करोड़ो का जुर्माना, अब मेटा करेगा आदेश के खिलाफ अपील
गौतम अडानी का ट्रंप से बड़ा वादा, 10 बिलियन डॉलर का अमेरिका में करेंगे निवेश, नौकरियों के भी बनेंगे मौके
अलविदा Vistara, दिल्ली की रनवे को किया आखिरी सलाम, कर्मचारियों ने यूं दी अपने चहेते को विदाई, देखें Video
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
एक तरफ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का रुख भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) से मुड़ रहा है जिसके चलते बाजार में बिकवाली हावी है। वहीं इसका असर भारतीय मुद्रा पर भी पड़ रहा है। इसके चलते आज हफ्ते के पहले ही शुरूआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 52 पैसे कमजोर हो गया। इस गिरावट के साथ रुपया 77.42 (अस्थायी डॉलर) के निचले स्तर पर आ गया। इससे पहले शुक्रवार को रुपया 76.90 पर बंद हुआ था।
दरअसल, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.17 पर खुला और फिर गिरावट दर्ज करते हुए 77.42 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 52 पैसे की गिरावट दर्शाता है। वहीं, इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दशार्ने वाला डॉलर सूचकांक 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.02 पर पहुंच गया।
रुपया में लगातार गिरावट पर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि मुद्रास्फीति को लेकर बढ़ी चिंताओं के कारण निवेशक जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। आज वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.14 प्रतिशत बढ़कर 112.55 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।
यह भी पढ़ें : Stock Market में भारी बिकवाली, सेंसेक्स 850 अंक लुढ़का
यह भी पढ़ें: Sensex की टॉप 10 कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में 2.85 लाख करोड़ की गिरावट
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
यह भी पढ़ें : आईपीओ अलॉटमेंट स्टेटस कैसे चेक करें
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.