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इंडिया न्यूज Pakistan Power Crisis
हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने देश में बिजली किल्लत को देखते हुए एक निर्णय लिया। इसमें पाक के इस्लामाबाद में बीते आठ जून से रात 10 बजे के बाद शादियों पर रोक, रात 8.30 बजे के बाद सभी मार्केट को बंद करने का आदेश, ऑफिस वर्किंग डे सप्ताह में 6 दिन से घटाकर 5 दिन कर दिया गया है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर पाक सरकार ने इस तरह के निर्णय क्यों लिया। इसके पीछे की वजह क्या है। आइए जानते हैं।
बताया जा रहा है कि बीते 6 जून को पाक सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें सरकार ने कहा है कि 30 जून तक देश में हर रोज 3.5 घंटे बिजली कटौती की जाएगी। 30 जून के बाद बिजली कटौती 3.5 घंटे से घटाकर 2 घंटे करने की बात कही गई। वहीं पाक सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया है कि देश में 22 हजार मेगावट बिजली का उत्पादन हो रहा है जबकि जरूरत 26 हजार मेगावट की है।
ऐसे में पाक में 4 हजार मेगावाट बिजली की कमी है। हाल के दिनों में पाक में बिजली की कमी बढ़कर 7800 मेगावट तक पहुंच गई है। वहीं बीते 7 जून को पाक के कराची शहर में 15 घंटे बिजली गुल रही जबकि लाहौर में इसी दिन 12 घंटे कटौती हुई। इससे पाकिस्तान में बिजली संकट से पैदा हुए हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार इस माह गिरकर 10.1 अरब डॉलर रह गया है। इतने कम विदेशी मुद्रा भंडार का मतलब है कि पाकिस्तान के पास पेट्रोल-डीजल समेत जरूरी चीजों के आयात के लिए केवल दो महीने का ही पैसा बचा है। 6 मई को समाप्त सप्ताह में ये पाक का विदेशी मुद्रा भंडार 16.4 अरब डॉलर था, जोकि दिसंबर 2019 के बाद से सबसे कम विदेशी मुद्रा भंडार है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2016 में सबसे अधिक 19.9 अरब डॉलर और जनवरी 1972 में सबसे कम 96 मिलियन डॉलर रहा था।
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