इंडिया न्यूज़, Haryana News: हिसार के राजगुरु मार्केट में नकली नोट छापने का मामला सामने आया है। पुलिस की छापे मारी में दो लाख 56 हजार 100 रुपये के नकली नोट बरामद किये है। पुलिस के रिमांड़ के दौरान तीन युवको को दिल्ली, नोएडा और हिमाचल से पुलिस ने एक डाक्टर, ट्यूशन टीचर और वकिल को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार पानीपत के सभालका का रहने वाला अभय को इस मामले में पकड़ा गया था। जिसको कोट ने एक दिन के रिमांड के लिए भेजा गया। जहां उसने दिल्ली के विकास पटेल,उत्तर प्रदेश के पवन, और हिमाचल प्रदेश के रहने वाले नवनीत उर्फ नवी तीन आरोपियों का नाम लिया है।
जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के तलेली के मुडखल के रहने वाले नवनीत जो पेशें से वकालत करता था। आरोपी के ऊपार अधिक कर्ज होने के कारण किसी भी आसान तरीको से पैसे कमाना चहाता था। जिसके लिए हर रोज इंटरनेट पर नए नए तरीको को देखता है जिससे पैसे कमाएं जाएं और कर्ज उतार सकें। एक दिन नवी अपनी फेसबुक पर दोस्तो की पोस्ट को देख रहा था,जिस दौरान उसकी फेसबुक पर एक विज्ञापन आता है। जिसमें नकली करेंसी बनाने के लिए काम करने वालो की अवश्कता थी। नवी तभी उस विज्ञापन पर दिए गए, वाट्सएप नंबर पर मैसेज करता है। जिसके बाद नवी की दिल्ली के बुराड़ी निवासी विकास पटेल के साथ वाट्सएप पर वीडियो काल के दौरान बात होती है। पटेल वीडियो काल पर नवनीत को नकली नोटों के सैंपल दिखाए। विकास पटेल एक ट्यूशन शिक्षक है।
विकास के साथ कॉल करने के बाद नवनीत को पानीपत के समालखा में बुलाता है। मुलाकात के दौरान विकास ने नवी को 700 रुपये के नकली नोट दिखता है। जिसके बाद दोनो में अच्छी दोस्ती हो जाती है। जिसके बाद विकास और नवी दोनो आपस में सलहा करते है। इन नोटो को कहा पर चलाया जाए। नवनीत ने शिमला पर्यटन स्थल पर चलने को कहा, जहां पर हम असानी से इनको चला सकते है।
विकास ने नवनीत को पानीपत के समालखा में बुलाया। विकास ने नवनीत से कहा कि समालखा में ज्यादा काम नहीं है तो नवनीत ने कहा कि शिमला पर्यटन स्थल है। नकली नोटो का काम यहां आराम से चलेगा। मिले पैसे चलाने के बाद नवी समालखा में विकास के पास पहुंता है। जहां पर पहले से ही दो व्यक्ति अभय और रविकांत नकली नोट छाप रहे थे। जिसके बाद वनी शिमला में दो कमरे किराए पर लेता है। नकली नोट छापने लगता है। अपने काम को बढ़ाने के लिए नवी ने इंटरनेट की मद्द से फेस करेंसी नाम से आइडी बनाता है।
नवनीत और विकास दोनो ने मिलकर किराए के रूम में नकली नोट छापने शुरू कर दिए। जिस दौरान दोनो ने मिलकर शिमला में 30 हजार रुपये के नकली नोट छापड़ाल थे। जिसके बाद 30 हजार में से दस हजार के नकली नोट को विकास ने चला भी दिए। ये सब उनको इतना असान लगा की आरोपितों ने 100-100 व 200-200 के करीब तीन-चार लाख के नकली नोट छापड़ाले थे।
नवनीत के दवारा बनाइ गई की सोशल मीडिया आइडी पर दिए गए वाट्सएप नंबर के उपर डा. पवन ने संपर्क किया। जिस दौरान उन्होनें नवी से चार लाख रुपये के नकली नोट की मांग की। इतने रुपयो के आरोपी नवी ने 1.5 रुपये के असली नोट मांगे।
इंटरनेट के माध्यम से मिले पवन ने नौ जुलाई को नवी से 4लाख रुपये की मांग करी थी। जिसके बाद आठ जुलाई को विकास, पवन को नकली नोटों के सैंपल देकर आता है। समय के हिसाब से नवी और पटेल नौ जुलाई कोा, पवन को कैथल में चार लाख में नकली नोट देने वाले थे। जिस दौरान पुलिस ने पवन को कैथल से 4400 रुपये के नकली नोट के साथ उसकी कार को भी कब्जे में कर लिया।
नोएडा का रहने वाला है आरोपी पवन पैशे से खुद का क्लीनिक चलाता है। पवन ने 2016 में श्री साई आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं अस्पताल अलीगढ़ से बीएएमएस की डिग्री हासिल की थी।
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