संबंधित खबरें
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
IND vs AUS 1st Test: शर्मनाक! भारतीय टीम की फिसड्डी बल्लेबाजी, कंगारुओं के सामने 150 पर टेके घुटने, इन धुरंधरो की खली कमी
IPL 2025: सामने आई डेट, इस दिन शुरू होगा क्रिकेट का त्योहार, जानिए अगले तीन साल का शेड्यूल!
IND vs AUS 1st Test: भारतीय टीम ने जीता टॉस, कंगारूओं के सामने पहले बैटिंग का फैसला, जानिए दोनों टीमों का प्लेइंग 11
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत चंदिला ने की भविष्यवाणी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से होगी जीत
T20 मैच में पाकिस्तानी फैन ने दिखाया इमरान खान का पोस्टर, मिली ऐसी सजा, सुनकर खौल जाएगा पड़ोसी देश का खून
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली: भारत के पूर्व खिलाड़ी सबा करीम (Saba Karim) का कहना है कि इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में जिस आत्मविश्वास के साथ भारतीय टीम मैदान पर उतरी थी। उस तरह का आत्मविश्वास खिलाड़ियों में सीरीज के दूसरे मैच में बिल्कुल भी नज़र नहीं आया। जितनी बड़ी जीत भारतीय टीम ने सीरीज के पहले मैच में हासिल की।
उससे बड़ी हार उसे दूसरे मुकाबले में झेलनी पड़ी और यह वाकई चिंता का विषय है क्योंकि भारत सिर्फ 247 रनों का लक्ष्य ही चेज़ कर रहा था और जिस लय में भारत के बल्लेबाज हैं, उसके बाद सौ रन के बड़े अंतर से हारना काफी निराश करता है।
इसमें कोई शक नहीं कि भारत की इस हार की वजह बल्लेबाजों की जल्दबाजी रही। क्योंकि जिस तरह भारत के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज शुरुआती पॉवरप्ले में तेज रन बनाने के लिए गए जिसकी वजह से भारत के एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए।
मेरे ख्याल से भारतीय टीम को शुरुआती दस ओवरों तक संभल कर खेलना चाहिए था क्योंकि 50 ओवरों का यह खेल था और लक्ष्य भी काफी बड़ा नहीं था। लेकिन टीम की सोच इसके विपरीत नजर आई।
ये भी पढ़ें : दूसरे वनडे में इंग्लैंड ने भारत को 100 रन से दी करारी शिकस्त, सीरीज को किया 1-1 से बराबर
सबा करीम ने कहा कि भारतीय टीम को यह ध्यान में रखना चाहिए कि इस वक्त इंग्लैंड की टीम अपने प्रमुख गेंदबाजों के बिना खेल रही है। जहां इंग्लैंड के पास वर्तमान समय में न ही जोफ्रा आर्चर हैं और न ही मार्क वुड हैं। लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी का इस तरह से बिखरना काफी निराश करता है।
भारतीय बल्लेबाजी में मुख्य तौर पर विराट कोहली का प्रदर्शन काफी चिंता बढ़ाता है। क्योंकि वह एक अनुभवी बल्लेबाज हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें ज्यादातर मैचों में एक ही तरह से आउट होते देखा जा रहा है और अब तो उनके सामने गेंदबाजों ने भी एक ही तरह की प्लानिंग के साथ गेंदबाजी करनी शुरू कर दी है।
जिस तरह विराट के सामने गेंदबाज पहले कुछ गेंद एक दम आगे रखते हैं, जिससे वह ड्राइव लगा सके और ऐसे में जब कोई बल्लेबाज ड्राइव लगाता है तो उसका आत्मविश्वास खुद ब खुद बढ़ जाता है।
यही कुछ कोहली के साथदेखने को मिलत रहा है। जिस तरह वह कुछ बाउंड्री लगाने के बाद बाहर वाली गेंदो को भी छेड़ना शुरू कर देते हैं। जिसका फायदा विपक्षी टीम के गेंदबाज उठा लेते हैं। यहां उन्हें इस बारे में थोड़ी सोच बदलने की ज़रूरत है।
ये भी पढ़ें : एशियाई क्रिकेट परिषद आज करेगी एशिया कप पर आखिरी फैसला, श्रीलंका क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर आश्वस्त
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.