संबंधित खबरें
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
WhatsApp नीति को लेकर भारत ने लगाया करोड़ो का जुर्माना, अब मेटा करेगा आदेश के खिलाफ अपील
गौतम अडानी का ट्रंप से बड़ा वादा, 10 बिलियन डॉलर का अमेरिका में करेंगे निवेश, नौकरियों के भी बनेंगे मौके
अलविदा Vistara, दिल्ली की रनवे को किया आखिरी सलाम, कर्मचारियों ने यूं दी अपने चहेते को विदाई, देखें Video
मालामाल हुई चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने वाली कंपनी, तोड़ दिए कमाई के सारे रिकॉर्ड…मुनाफा जान उड़ जाएंगे होश
अडानी पावर लिमिटेड ने वित्त वर्ष-25 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में वृद्धि की दर्ज
इंडिया न्यूज, Business News (Rupee Strengthens): घरेलू शेयर बाजार में तेजी के चलते रुपया आज डॉलर के मुकाबले मजबूती के साथ खुला। विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 9 पैसे की मजबूती के साथ 79.79 रुपये के स्तर पर खुला। इससे थोड़ी राहत मिलने का संकेत है। इससे पहले शुक्रवार को पूरे दिन उतार चढ़ाव के बाद रुपया बिना किसी बदलाव के बंद हुआ था।
इस साल रुपये में डॉलर के मुकाबले लगभग 7 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले कुछ महीनों में स्थानीय मुद्रा में और गिरावट आने की संभावना कम ही है। दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व 2022 की दूसरी छमाही में मौद्रिक नीति में सख्ती की रफ्तार कुछ कम कर सकता है।
बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले बिना किसी घटबढ़ के 79.88 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। वहीं वीरवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे की कमजोरी के साथ 79.88 रुपये के पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया में 3 पैसे की कमजोरी आई थी और यह 79.63 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया में 16 पैसे की कमजोरी आई और यह डॉलर के मुकाबले 79.60 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की कमजोरी के साथ 79.44 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
गौरतलब है कि आज हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार की शानदार शुरूआत हुई है। शुरूआती कारोबार में ही सेंसेक्स लगभग 500 अंकों तक उछला तो वहीं निफ्टी में भी 150 अंकों की तेजी आई। कारोबार के दौरान आज लगभग हर सेक्टर में खरीदारी आई है।
फिलहाल सेंसेक्स 450 अंकों की तेजी के साथ 54210 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी 135 अंकों की तेजी के साथ 16185 पर है। भारत में आज से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होगा। इस दौरान सरकार की कुल 24 बिल पास कराने की योजना है। इसका असर भी शेयर बाजार की चाल पर पड़ सकता है।
रुपया की कीमत बढ़ने और कम होने से देश के आयात एवं निर्यात पर असर पड़ता है। दरअसल, रुपया की कीमत डॉलर के तुलना में मांग एवं आपूर्ति से तय होती है। हर देश अपने पास विदेशी मुद्रा का भंडार रखता है। इससे वह देश के आयात होने वाली वस्तुओं का भुगतान करता है। वहीं रिजर्व बैंक आफ इंडिया हर सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार से जुड़े आंकड़े जारी करता है। देश में विदेशी मुद्रा भंडार कितना बढ़ा या घटा है और उस दौरान देश में डॉलर की मांग क्या है, इससे भी रुपये की मजबूती या कमजोरी तय होती है।
ये भी पढ़े : रिकार्ड स्तर से गिरे एटीएफ के दाम, 2.2 प्रतिशत की हुई कटौती
ये भी पढ़े : सेंसेक्स की टॉप 10 में से 6 कंपनियों की मार्केट कैपिटल 1.68 लाख करोड़ घटी
ये भी पढ़ें : विदेशी मुद्रा भंडार में फिर हुई गिरावट, जानिए क्यों है चिंता का विषय
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.