होम / ज़्यादातर खेलों में सुधार, कुछ में प्रदर्शन नेशनल चैम्पियनशिप से भी कम

ज़्यादातर खेलों में सुधार, कुछ में प्रदर्शन नेशनल चैम्पियनशिप से भी कम

Naveen Sharma • LAST UPDATED : August 11, 2022, 2:12 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

ज़्यादातर खेलों में सुधार, कुछ में प्रदर्शन नेशनल चैम्पियनशिप से भी कम

CWG 2022

मनोज जोशी, (CWG 2022):

इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2022) में शूटिंग के न होने से जिन सात स्वर्ण पदकों सहित कुल 16 पदकों का नुकसान हुआ, उसकी काफी हद तक भरपाई कुश्ती, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, लॉन बॉल, क्रिकेट, हॉकी, एथलेटिक्स और जूडो से हुई।

इनमें पहले तीन खेलों में भारत के गोल्ड मेडल की संख्या में इज़ाफा हुआ। लॉन बॉल में पिछले तीन पड़ावों में एक भी पदक हासिल नहीं हुआ था। वहां एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल हासिल हुआ। हॉकी में पिछली बार दोनों टीमें खाली हाथ लौटी थीं।

लेकिन इस बार पुरुष टीम ने एक सिल्वर और महिला टीम ने एक ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया। पहली बार शामिल किए गए क्रिकेट में बेशक भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से 32 रन में आठ विकेट गंवाने के साथ ही गोल्ड नहीं जीत पाई। लेकिन सेमीफाइनल में इंग्लैंड को शिकस्त देना एक उपलब्धि रही।

जूडो पिछली बार नहीं थी, वहां दो गोल्ड सहित तीन पदक जीतना भी उपलब्धि रही। एथलेटिक्स में कई खिलाड़ियों का पर्सनल बेस्ट प्रदर्शन यही साबित करता है कि पेरिस ओलिम्पिक के मद्देनज़र भारत की तैयारियां सही ट्रैक पर हैं।

CWG 2022 में कईं खिलाड़ियों ने किया निराश

इस सबके बावजूद वेटलिफ्टरों और स्कवैश खिलाड़ियों ने निराश किया। मुक्केबाज़ों ने पिछली बार के तीन गोल्ड मेडल की बराबरी ज़रूर की लेकिन उन्हें पिछली बार से दो सिल्वर कम हासिल हुए। वेटलिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाले मीराबाई चानू, जेरमी लालरिनुंगा और अचिंता श्योली ने खासकर स्नैच इवेंट में गेम्स रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक ज़रूर जीते।

लेकिन बाकी वेटलिफ्टर न नैशनल रिकॉर्ड तोड़ पाए और न ही पर्सनल बेस्ट दे पाए। इनमें से ज़्यादातर वेटलिफ्टर तो नैशनल चैम्पियनशिप में अपने प्रदर्शन को भी नहीं दोहरा पाए। पिछली बार 69 किलो में गोल्ड जीतने वाली पूनम यादव क्लीन एंड जर्क के तीनों प्रयास क्यों असफल रहे, यह रहस्य का विषय है।

वैसे एथलेटिक्स में स्थिति इससे एकदम उलट रही। दस कि.मी. पैदल चाल में प्रियंका गोस्वामी ने महिलाओं में सिल्वर और संदीप ने पुरुषों में ब्रॉन्ज़ मेडल पर्सनल बेस्ट के साथ हासिल किया। तीन ह़ज़ार मीटर स्टीपलचेज़ में अविनाश सावले ने पर्सनल बेस्ट प्रदर्शन के साथ एक केन्याई को मेडल में पीछे छोड़ा और

गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे केन्याई से एक सेकंड के कुछ हिस्से से पिछड़कर शानदार प्रदर्शन किया। जिस ट्रिपल जम्प में भारतीय एथलीटों के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 17 मीटर का बैरियर तोड़ना टेढ़ा काम बना हुआ था, उसे गोल्ड मेडलिस्ट एलडोस पॉल और सिल्वर जीतने वाले अब्दुल्ला अबूबेकर ने पार किया।

विनेश फोगाट ने रचा इतिहास

लॉन्ग जम्प में मुरली श्रीशंकर सहित तमाम एथलीटों के लिए पिछले दिनों आयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप ने उनके पदकों का आधार तैयार किया। जो मुरलीश्रीशंकर फाइनल में क्वॉलिफाइंग प्रतियोगिता से भी हल्का प्रदर्शन कर रहे थे, यहां उन्होंने अपनी इस ग़लती को सुधारते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया।

लेकिन वहीं पिछले खेलों में सिल्वर और ब्रॉन्ज़ जीतने वाली सीमा पूनिया और नवजीत ढिल्लों ने पिछले प्रदर्शन से तकरीबन चार से पांच मीटर कम डिस्कस फेंककर दिखा दिया की उनकी तैयारियां विपरीत दिशा में चल रही है। स्कवैश में दो सिल्वर से हम इस बार दो ब्रॉन्ज़ तक सीमित हो गये।

कुश्ती में हमेशा की तरह केवल कनाडा और नाइजीरियाई पहलवानों से ही चुनौती मिल पाई और भारतीय पहलवान पिछली बार की तरह सभी पदक हासिल करने में सफल रहे। जिनमें छह गोल्ड शामिल हैं।

यानी पिछली बार से एक गोल्ड अधिक। विनेश फोगाट तीसरा गोल्ड जीतकर महिला कुश्ती में इतिहास रचने में कामयाब रही। जबकि उभरते हुए नवीन 74 किलो में एक नई सनसनी साबित हुए।

खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से फेडरेशन को दिया मुंहतोड़ जवाब

कुछ खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से अपनी फेडरेशनों को मुंहतोड़ जवाब दिया। जूडोका तुलिका मान को जूडो टीम में चुनने लायक नहीं समझा जा रहा था। यहां तक कह दिया गया कि महिलाओं के सबसे अधिक वजन वर्ग में मेडल की कोई उम्मीद नहीं है।

लेकिन तुलिका ने सिल्वर मेडल हासिल किया। इसी तरह तेजस्विन शंकर को इन खेलों में भाग लेने के लिए कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। उनका नाम यह कहकर खारिज कर दिया गया था कि उन्होंने नैशनल चैम्पियनशिप में भाग नहीं लिया था। जबकि उनका तर्क था कि वह उन्हीं दिनों अमेरिका में एक प्रतियोगिता में भाग ले रहे थे।

आखिरकार इस खिलाड़ी ने हाई जम्प में 2.22 मी. के प्रदर्शन के साथ ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया। लॉन बॉल में दूसरे खेलों से आईं महिलाओं ने दिखा दिया कि जहां स्कोप है, वहां खेल को बदलने में कोई हर्ज नहीं है।

राज्यवर्धन सिंह राठौर ने जब ओलिम्पिक मेडल जीता था। तब उन्होंने इसी बात पर सबसे ज़्यादा ज़ोर दिया था। क्योंकि वह भी कभी मध्य प्रदेश के क्रिकेट सम्भावित खिलाड़ियों में थे।

ये भी पढ़ें : एशिया कप 2022 के लिए भारत की टीम की हुई घोषणा, विराट और राहुल की हुई टीम में वापसी

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

MP Weather Update: तेजी से गिरा तपमान, पहाड़ों पर हुई बर्फ़बारी से बड़ी ठंड
MP Weather Update: तेजी से गिरा तपमान, पहाड़ों पर हुई बर्फ़बारी से बड़ी ठंड
Bihar Weather: ठंड का बढ़ा लेवल! कंपकंपाती सर्दियों की आज से हुई शुरुआत, जानें IMD रिपोर्ट
Bihar Weather: ठंड का बढ़ा लेवल! कंपकंपाती सर्दियों की आज से हुई शुरुआत, जानें IMD रिपोर्ट
Maharashtra Assembly Election Result: शिंदे, फडणवीस से लेकर पवार-ठाकरे परिवार तक; महाराष्ट्र में दिग्गजों का क्या होगा?
Maharashtra Assembly Election Result: शिंदे, फडणवीस से लेकर पवार-ठाकरे परिवार तक; महाराष्ट्र में दिग्गजों का क्या होगा?
Bihar Bypolls Result 2024 Live: कुछ ही देर में शुरू होगी बिहार की 4 सीटों पर काउंटिंग! जानें पल-पल का अपडेट
Bihar Bypolls Result 2024 Live: कुछ ही देर में शुरू होगी बिहार की 4 सीटों पर काउंटिंग! जानें पल-पल का अपडेट
महाभारत में दुर्योधन के कुकर्मों के बाद भी क्यों मिला स्वर्ग, और पांडवों को अपनी अच्छाई के बाद भी इस एक गलती के कारण झेलना पड़ा था स्वर्ग!
महाभारत में दुर्योधन के कुकर्मों के बाद भी क्यों मिला स्वर्ग, और पांडवों को अपनी अच्छाई के बाद भी इस एक गलती के कारण झेलना पड़ा था स्वर्ग!
Jharkhand Assembly Hot Seat: सोरेन परिवार, बाबूलाल मरांडी से लेकर चम्पई सोरेन और सुदेश महतो तक, झारखंड के इन दिग्गजों के किस्मत का आज होगा फैसला
Jharkhand Assembly Hot Seat: सोरेन परिवार, बाबूलाल मरांडी से लेकर चम्पई सोरेन और सुदेश महतो तक, झारखंड के इन दिग्गजों के किस्मत का आज होगा फैसला
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: झारखंड-महाराष्ट्र में किसको मिलेगी सत्ता की चाभी, जनता ने किसको किया है बेदखल? आज हो जाएगा तय
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: झारखंड-महाराष्ट्र में किसको मिलेगी सत्ता की चाभी, जनता ने किसको किया है बेदखल? आज हो जाएगा तय
Kalashtami Katha 2024: जब भगवान शिव के इस अवतार ने अपने नाखून से काटा था ब्रह्मा जी का सर, ब्रह्म हत्या के पाप का लग गया था आरोप, जानिए क्या है इसका रहस्य!
Kalashtami Katha 2024: जब भगवान शिव के इस अवतार ने अपने नाखून से काटा था ब्रह्मा जी का सर, ब्रह्म हत्या के पाप का लग गया था आरोप, जानिए क्या है इसका रहस्य!
इन 4 राशि के जातकों के वेशी योग से खुल जाएंगे भाग्य, इतनी मिलेगी सुख समृद्धि जिसे आप भी होंगे बेखबर, जानें क्या है आज का राशिफल?
इन 4 राशि के जातकों के वेशी योग से खुल जाएंगे भाग्य, इतनी मिलेगी सुख समृद्धि जिसे आप भी होंगे बेखबर, जानें क्या है आज का राशिफल?
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
ADVERTISEMENT