संबंधित खबरें
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
इंडिया न्यूज, इस्लामाबाद (Flood Devastation in Pakistan): पाकिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं। जुलाई से लगातार हो रही बारिश के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ के कारण 800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित लोगों के राहत एवं पुनर्वास और क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की बहाली के लिए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से हुए नुकसान का पुनर्मूल्यांकन करने और दानदाताओं को संकट की भयावहता से अवगत कराने के लिए मंगलवार को एक आपात बैठक बुलाई गई। इस दौरान दुनिया से मदद मांगने पर विचार विमर्श किया गया। आपात बैठक के दौरान, पाक पीएम ने राष्ट्र से बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार को बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक वीडियो संदेश जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि मौजूदा राहत अभियान में 80 अरब रुपये की जरूरत है और नुकसान से उबरने के साथ-साथ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए भी सैकड़ों अरबों रुपए की जरूरत है।
पाक पीएम शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार पहले से ही 37.2 बिलियन पाकिस्तानी रूपए (पीकेआर) नकद राहत के रूप में वितरित कर चुकी है, जबकि 5 बिलियन पाकिस्तानी रूपए (पीकेआर) की धनराशि बचाव प्रयासों में तेजी लाने के लिए एनडीएमए को तुरंत जारी की गई थी। इसके अलावा 5,000 पाकिस्तानी रूपए (पीकेआर) नकद सहायता का भुगतान बाढ़ पीड़ितों को किया जा रहा था।
इसी बैठक में भाग लेते हुए, योजना मंत्री अहसान इकबाल ने दो सबसे अधिक प्रभावित प्रांतों – बलूचिस्तान और सिंध – की सरकारों से बाढ़ की स्थिति से निपटने में मदद के लिए सेना की मांग करने को कहा। वहीं पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान अपने दम पर बाढ़ की स्थिति से निपटने में सक्षम नहीं है।
सिंध में अभी अभूतपूर्व मूसलाधार बारिश, बलूचिस्तान, डीजी खान भी जोखिम में हैं।
प्रांतों या इस्लामाबाद के अपने दम पर जलवायु तबाही की इस भयावहता का सामना करने में सक्षम होने का कोई सवाल ही नहीं है। जान जोखिम में है और हजारों लोग बेघर हैं। रहमान ने कहा कि आपदा की भयावहता को देखते हुए प्रांतीय और संघीय सरकारें स्थिति से निपटने में असमर्थ हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से सहायता जुटाने का आग्रह किया।
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में बाढ़ और भारी बारिश से हुई तबाही में हजारों लोग बेघर हुए हैं। इस दौरान 1,348 लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा बलूचिस्तान में 232 लोग मारे गए हैं। इसके बाद सिंध में 216 लोग मारे गए हैं। इस बीच, पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने बुधवार से देश के विभिन्न हिस्सों में और बारिश की संभावना जताई है।
ये भी पढ़ें : थाईलैंड के प्रधानमंत्री निलंबित, जानिए किस याचिका पर शीर्ष कोर्ट ने सुनाया फैसला
ये भी पढ़ें : पायलट जोया अग्रवाल ने किया भारत का नाम रोशन, उत्तरी ध्रुव के ऊपर से 16 हजार किलोमीटर की रिकार्ड उड़ान भरी
ये भी पढ़ें : पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के लाइव प्रसारण पर लगी रोक
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.