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इंडिया न्यूज़, समरकंद, (PM Modi On SCO Summit 2022): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और बहुत जल्द देश को विनिर्माण केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में सदस्यों देशों में बेहतर ट्रांसिट तालमेल का मसला भी उठाया। पीएम ने इस दौरान यह भी कहा कि आपस में सहयोग से ही सभी का विकास संभव है।
उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे एससीओ के शिखर सम्मेलन को हिन्दी में संबोधित करते हुए मोदी ने भारत को बेहतर व्यापार क्षेत्र बनाने का भी संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, हम जन-केंद्रित विकास मॉडल पर फोकस करने के साथ हर क्षेत्र में इनोवेशन का भी समर्थन कर रहे हैं। पीएम ने कहा, आज हमारे देश में 70,000 से ज्यादा स्टार्ट-अप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। उन्होंने कहा, हम इनोवेशन और स्टार्टअप्स पर एक विशेष कार्य समूह की स्थापना करके एससीओ के सदस्य देशों से अपना अनुभव साझा करने को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर ट्रांसिट सुविधा होगी तो इसका सभी देशों को लाभ होगा। मोदी ने कहा कि यूक्रेन युद्ध व कोविड संकट की वजह से वैश्विक आपूर्ति सीरीज में कई बाधाएं पैदा हुर्इं और भविष्य में इसी से बचने के लिए हम अपने देश एक विनिर्माण केंद्र में बदलना चाहते हैं।
सम्मेलन शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से मुलाकात की। इसके अलावा इस अवसर पर मोदी के साथ मंच पर रूस के राष्टÑपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्टÑपति शी जिनपिंग भी मौजूद रहे। कार्यक्रम शुरू होने से पहले पीएम मोदी, पुतिन, जिनपिंग, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ व अन्य नेताओं ने एक सामूहिक तस्वीर के लिए पोज दिया।
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We want to encourage traditional medicines among SCO nations… The SCO needs to focus on bringing diversified and resilient supply chains: Prime Minister Narendra Modi at the SCO Summit in Uzbekistan's Samarkand pic.twitter.com/Gl8Zahtiw8
— ANI (@ANI) September 16, 2022
मोदी ने कहा, एससओ के सदस्य देश, वैश्विक गिनती में करीब 30 फीसदी योगदान देते हैं। वहीं दुनिया की 40 फीसदी जनसंख्या भी एससीओ देशों में रहती है। उन्होंने कहा, भारत एससीओ सदस्यों के बीच आपसी विश्वास व सहयोग का समर्थन करता है। प्रधानमंत्री ने कहा, अप्रैल 2022 में डब्ल्यूएचओ ने गुजरात में अपने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की शुरुआत की। बता दें कि डब्ल्यूएचओ की तरफ से पारंपरिक उपचार के लिए यह पहला व एकमात्र वैश्विक केंद्र है। मोदी ने यह भी कहा कि भारत पारंपरिक दवाओं पर एक नए एससीओ वर्किंग ग्रुप के लिए पहल करेगा।
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