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इंडिया न्यूज, Rupee Opens : हफ्ते के पहले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूती के साथ खुला है। विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 7 पैसे की मजबूती के साथ 79.67 रुपये के स्तर पर खुला। इससे पहले शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की कमजोरी के साथ 79.74 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
गौरतलब है कि आज भारतीय शेयर बाजार भी मजबूती में है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स 400 अंकों की जोरदार तेजी के साथ 59235 पर और निफ्टी 120 अंकों के उछाल के साथ 17650 पर कारोबार कर रहा है।
बीते दिन शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की कमजोरी के साथ 79.74 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की कमजोरी के साथ 79.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले बुधवार को रुपया 29 पैसे कमजोर होकर 79.44 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 38 में पैसे की मजबूती आई थी और यह 79.15 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
रुपया की कीमत बढ़ने और कम होने से देश के आयात एवं निर्यात पर खासा असर पड़ता है। रुपया की कीमत डॉलर के तुलना में मांग एवं आपूर्ति से तय होती है। दरअसल, हर देश अपने पास विदेशी मुद्रा का भंडार रखता है। इससे वह देश के आयात होने वाली वस्तुओं का भुगतान करता है। वहीं रिजर्व बैंक आफ इंडिया हर सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार से जुड़े आंकड़े जारी करता है। देश में विदेशी मुद्रा भंडार कितना बढ़ा या घटा है और उस दौरान देश में डॉलर की मांग क्या है, इससे भी रुपये की मजबूती या कमजोरी तय होती है।
डॉलर महंगा या सस्ता होने पर देश के आयात पर सीधा असर करता है। जैसे कि भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 फीसदी क्रूड आयल आयात करता है। इसका भुगतान डॉलर में करना होता है। यदि डॉलर महंगा होता है तो हमें ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। भारत को काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है।
इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बनाता है और इस कारण रुपये की कीमत भी प्रभावित होती है। वहीं यदि डॉलर सस्ता होता है तो खर्चा कम होता है। इससे राहत मिलती है। प्रतिदिन डॉलर में उतार चढ़ाव के कारण रुपये की स्थिति बदलती रहती है।
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