संबंधित खबरें
Jammu and Kashmir: बडगाम में खाई में गिरी BSF जवानों की बस, 4 जवान शहीद, 32 घायल
मेरठ में बड़ा हादसा, तीन मंजिला मकान गिरने से कई घायल, मलबे में दबे पशु
किस दिन होगा केजरीवाल की किस्मत का फैसला? इस घोटाले में काट रहे हैं सजा
No Horn Please: हिमचाल सरकार का बड़ा फैसला, प्रेशर हॉर्न बजाने पर वाहन उठा लेगी पुलिस
Himachal News: बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छे दिन! जानें पूरी खबर
Rajasthan: चेतन शर्मा का इंडिया की अंडर-19 टीम में चयन, किराए के मकान में रहने के लिए नहीं थे पैसे
इंडिया न्यूज़ (मुंबई/बंगलौर, Over 300 Turned Away From Belagavi after try to enter karnataka): कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, जहां कर्नाटक में प्रवेश की कोशिश करते एनसीपी और शिवसेना के कई कार्यकर्ताओं को वापस भेज दिया गया। उसके बाद उन्हें एहतियाती हिरासत में ले लिया गया।
हिरासत में लिए गए बड़े नेताओं में एनसीपी के हसन मुश्रीफ और शिवसेना के कोल्हापुर जिला अध्यक्ष विजय देवाने शामिल है। महाराष्ट्र- कर्नाटक के बेलगावी बॉर्डर पर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के 300 से अधिक सदस्यों को सीमा पर रोका गया और वापस भेज दिया गया।
Belagavi, Karnataka | Members of Maharashtra Ekikaran Samiti and NCP stage protest near Kognoli Toll Plaza near Karnataka-Maharashtra border over inter-state border issue pic.twitter.com/XaPJwEbBKv
— ANI (@ANI) December 19, 2022
आपको बता दे की मध्यवर्ती महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमएमईएस) के कार्यकर्ता, जो पांच दशकों से अधिक समय से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, ने कर्नाटक विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारत को “विभाजित” करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर विवाद का आरोप लगाया है।
नाना पटोले ने कहा “केंद्र सरकार के कारण सीमा का मुद्दा हो रहा है। पीएम मोदी महाराष्ट्र को विभाजित करना चाहते हैं। दोनों मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक के बावजूद नेताओं को वहां जाने की अनुमति क्यों नहीं है? इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार इसके पीछे है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले हफ्ते दोनों कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के साथ बैठक की थी। दशकों पुराने राज्य सीमा विवाद का मुद्दा फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है।
हालाँकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सीएम एकनाथ शिंदे ने आज कहा कि यह मुद्दा “महाराष्ट्र के गौरव” का है और राज्य ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है।
भाषाई तर्ज पर राज्यों के पुनर्गठन के दौरान कर्नाटक में बेलगावी, पूर्व बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था। यह एक मराठी भाषी क्षेत्रों है और इससे राज्य में शामिल नही करने से महाराष्ट्र नाराज था। महाराष्ट्र ने 814 मराठी भाषी गांवों पर भी दावा किया जो वर्तमान में कर्नाटक का हिस्सा हैं।
दोनों राज्यों में विधानसभा का सत्र चल रहा है। इस दौरान 61 से अधिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी, इस कारण जमीन पर पुलिस की भारी तैनाती है।
बेलागवी में छह पुलिस अधीक्षकों, 11 अतिरिक्त अधीक्षकों, 43 उप-अधीक्षकों, 95 पुलिस निरीक्षकों और 241 पुलिस उप-निरीक्षकों सहित 4,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
पिछले हफ्तों में, कर्नाटक में महाराष्ट्र के ट्रकों पर हमला किया गया है और वही महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव गुट द्वारा कर्नाटक के बसों पर हमला किया गया।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.