नई दिल्ली (The last delivery of boeing 747 is to be done on January 31 to Atlas Air company):बोइंग कंपनी ने पहली बार बोइंग 747 को 1968 में बनाया था। यह विमान अपने चौड़े शरीर और ट्रेडमार्क के लिए जाना जाता है।
मशहुर एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर बोइंग ने अपने ‘आसमान की रानी’ नाम से प्रसिद्ध जंबो जेट प्लेन बोइंग 747 के मालवाहक प्लेन का निर्माण बंद कर दिया है। कल 31 जनवरी को इस प्लेन की आखिरी डिलीवरी एटलस एयर (Atlas Air) कंपनी को होनी है। बोइंग 747 दुनिया का पहला जंबो जेट था जिसने हवाई यात्रा के आधुनिक युग में प्रवेश करने में मदद की थी।
बोइंग कंपनी ने पहली बार बोइंग 747 को 1968 में बनाया था। यह विमान अपने चौड़े शरीर और ट्रेडमार्क के लिए जाना जाता है। 50 सालों तक यह आसमान में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहा। हालाँकि, आसमान में अभी भी 300 से अधिक मालवाहक जहाज हैं।
आपको बता दें कि कई सरकारें भी 747 का उपयोग करती हैं, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान एयर फ़ोर्स वन भी शामिल है। लेकिन लगातार बदलती परिवहन तकनीकों के युग में, 747 ने आधुनिक विमान के सामने अपनी पहचान खो रही है। अफ्रीकी देश नमीबीया से 8 चीते भी इसी विमान से भारत लाए गए थे। पैन एम ने फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में, माइकल जैक्सन से लेकर मदर टेरेसा तक के यात्रियों की सेवा की है।
बोईंग 747 (Boeing-747) एक लंबा, चौड़ा और लंबी दूरी की उड़ान वाला प्लेन है। इसकी पहली उड़ान 9 फरवरी 1969 में हुई थी। इस विमान को उड़ाने के लिए कैप्टन के अलावा फ्लाइट ऑफिसर और फ्लाइट इंजीनियर की जरूरत होती है।
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