संबंधित खबरें
विश्व में भारतीय सेना का बजा डंका, इस हिंदू राष्ट्र ने सैन्य प्रमुख को किया मानद उपाधि से सम्मानित, फिर बिलबिला उठेगा चीन
शख्स दोस्तों के साथ मना रहा था अपना Birthday…तभी हुआ कुछ ऐसा भारत में मच गई चीख पुकार, मामला जान नहीं होगा विश्वास
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
इंडिया न्यूज़: (America Told Citizens to Leave Russia) अमेरिका ने अपने नागरिकों को तुरंत रूस छोड़ने की चेतावनी दी है। अमेरिका ने इसकी वजह यूक्रेन में युद्ध और रूसी कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा मनमानी गिरफ्तारी और उत्पीड़न के जोखिम को बताया है। तो वहीं, रूस की विदेशी जासूसी सेवा ने कहा कि उसे खुफिया जानकारी मिली कि अमेरिकी सेना रूस और पूर्व सोवियत संघ में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए इस्लामी आतंकवादियों को तैयार कर रही थी। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अमेरिका बार-बार अपने नागरिकों को रूस छोड़ने की चेतावनी दे रहा है। बता दें कि इस तरह की आखिरी सार्वजनिक चेतावनी पिछले साल सितंबर में दी गई थी, जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना की आंशिक लामबंदी का आदेश दिया था। मास्को में अमेरिकी दूतावास ने बताया कि “रूस में रहने वाले या यात्रा करने वाले अमेरिकी नागरिकों को तुरंत निकल जाना चाहिए। गलत तरीके से हिरासत में लिए जाने के जोखिम से बचने के लिए सावधानी बरतें। रूस की यात्रा न करें।”
अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा, “रूसी सुरक्षा सेवाओं ने फर्जी आरोपों पर अमेरिकी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। हिरासत और उत्पीड़न के लिए रूस में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी कानूनी व्यवस्था से वंचित किया जा रहा है। गुप्त सुनवाई या विश्वसनीय सबूत पेश किए बिना उन्हें दोषी ठहराया गया है।”
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक सहयोगी की अध्यक्षता वाली रूस की विदेशी खुफिया सेवा (एसवीआर) ने कहा कि उसके पास खुफिया जानकारी थी कि इस्लामिक स्टेट और अल कायदा से जुड़े समूहों के 60 ऐसे आतंकवादी भर्ती किए गए थे। सीरिया में एक अमेरिकी बेस पर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.