होम / Live Update / Yamuna River में प्रेरणा, जीवन और दिव्य भाव समाहित

Yamuna River में प्रेरणा, जीवन और दिव्य भाव समाहित

PUBLISHED BY: Mukta • LAST UPDATED : October 17, 2021, 6:15 am IST
ADVERTISEMENT
Yamuna River में प्रेरणा, जीवन और दिव्य भाव समाहित

Yamuna River

Yamuna River  विभिन्न तथ्यों को खुद में समेटे हुए यमुना नदी भारत की कई अन्य पवित्र नदियों में से एक है जो केवल नदी नहीं एक संस्कृति भी है। यमुना नदी, गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है जो यमुनोत्री नामक जगह से निकलती है और इलाहाबाद में गंगा तथा सरस्वती नदी से मिल जाती है।

यमुना केवल नदी नहीं है। इसकी परंपरा में प्रेरणा, जीवन और दिव्य भाव समाहित है। यमुना नदी का वर्णन ऋग्वेद में कई जगह पर दिखाई देता है। दिल्ली का जीवन भी कभी यमुना से जुड़ा था, कभी यह दिल्ली यमुना के कारण बसी थी। इतना ही नहीं, यमुना ने एक शहर के रूप में राजधानी के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लगभग सभी ऐतिहासिक विवरणों में दिल्ली के एक प्रमुख संसाधन के रूप में यमुना की सुंदरता का उल्लेख है।

(Yamuna River)

यमुना जिसे यमुनोत्री कहा जाता है यह नदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी से 30 किमी उत्तर, गढ़वाल से निकली है। और अंत में यमुना नदी इलाहाबाद प्रयाग में गंगा नदी से मिल जाती है। जहां यह त्रिवेणी (गंगा, सरस्वती, जमुना या यमुना) कहलाती है। यमुना की सहायक नदियां चम्बल, सेंगर, छोटी सिन्ध, बेतवा और केन हैं।

यमुना के तटवर्ती नगरों में दिल्ली और आगरा के अतिरिक्त इटावा, काल्पी, हमीरपुर और प्रयाग मुख्य है। जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण को ब्रज संस्कृति का जनक कहा जाता है, ठीक उसी तरह यमुना को जननी का स्थान दिया गया है। ब्रह्म पुराण में उल्लेखित है कि, ‘जो सृष्टि का आधार है और जिसे लक्ष्णों से सच्चिदनंद स्वरुप कहा जाता है, उपनिषदों ने जिसका ब्रह्म रुप से गायन किया है, वही परमतत्व साक्षात यमुना है।

यहां से होता है यमुना नदी का उद्गम (Yamuna River)

यमुना का उद्गम स्थान पश्चिमी उत्तराखंड में यमुनोत्री के पास महान हिमालय में बंदर पंच मासिफ की ढलानों से होता है। यह हिमालय की तलहटी से होते हुए दक्षिण दिशा में तेजी से बहती है और उत्तराखंड से निकलकर, भारत-गंगा के मैदान में, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्य के बीच की सीमा के साथ पश्चिम में बहती है। पूर्वी और पश्चिमी नहरों को भी यमुना के जल से सींचा जाता है।

(Yamuna River)

यमुना नदी का उद्गम स्थान यमुनोत्री से है। ऐसा कहा जाता है कि यमुनोत्री दर्शन के बिना तीर्थयात्रियों की यात्रा अधूरी होती है। समानांतर बहते हुए यह नदी प्रयाग में गंगा में मिल जाती है। हिमालय पर इसके उद्गम के पास एक चोटी का नाम बन्दरपुच्छ है। गढ़वाल क्षेत्र की यह सबसे बड़ी चो़टी है यह करीब 6500 मीटर ऊंची है। अपने उद्गम स्थान से आगे बढ़कर कई मील तक विशाल हिमगारों में यह नदी बहती हुई पहाड़ी ढलानों से अत्यन्त तीव्रतापूर्वक उतरती हुई इसकी धारा दूर तक बहती चली जाती है।

यमुना का श्री कृष्ण से है गहरा नाता (Yamuna River)

धार्मिक मान्यताओं की बात की जाए तो यमुना नदी से होकर ही कृष्ण के पिता वासुदेव ने नवजात श्री कृष्ण को एक टोकरी में रखकर मथुरा से गोकुल तक उनके पालक पिता नंदराज तक पहुंचाया था।

(Yamuna River)

कृष्ण के बचपन के दिनों में यमुना नदी जहरीली थी, क्योंकि यमुना नदी के नीचे कालिया नाम का एक पांच सिर वाला सांप रहता था, जो नहीं चाहता था कि मनुष्य यमुना के पानी का सेवन करें। श्रीकृष्ण ने बचपन में ही यमुना में छलांग लगा दी थी और कालिया सर्प से युद्ध कर युद्ध जीत लिया था। कृष्ण ने बाद में यमुना नदी के जहर को दूर करके इसके पानी को साफ और पीने योग्य बनाया था।

यमुना में गर्म पानी का कुंड (Yamuna River)

यमुना नदी में यमुनोत्री में एक गर्म पानी का कुंड भी है। इस कुंड को सूर्य कुंड के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि यह कुंड सूर्य देवता सूर्य की संतान को समर्पित है।

सूर्य कुंड में पानी इतना गर्म होता है कि लोग इसमें चाय और चावल भी आसानी से बना सकते हैं और इस पानी का उपयोग करके आलू उबालते हैं। सूर्य कुंड के पानी का तापमान लगभग 88 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सूर्य कुंड में तैयार चावल और आलू यमुनोत्री मंदिर में देवता को चढ़ाए जाते हैं।

क्यों प्रदूषित होती है यमुना (Yamuna River)

यमुना नदी उत्तराखंड के एक ग्लेशियर से निकलती है। उत्तराखंड से यह पवित्र नदी हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बहती है। आंकड़े बताते हैं कि यह नदी अपने जन्म स्थान से शुद्ध होकर निकलती है और आगे आते-आते प्रदूषित हो जाती है क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पहुंचती है जो इसके प्रदूष्ण का मुख्य कारण बनते हैं।

(Yamuna River)

हालांकि साल 1984 में, भारत सरकार ने यमुना को साफ करने का मिशन भी शुरू किया था लेकिन उसमें सफल नहीं हो सके। दिल्ली-एनसीआर में औद्योगीकरण और औद्योगिक कचरे को नदी में फेंकना प्रदूषण का प्रमुख कारण रहा है।

(Yamuna River)

Read Also : How To Keep Teeth Healthy हेल्दी दांतों के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स

Connect With Us : Twitter Facebook

Tags:

Yamuna River

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
महिला और अति पिछड़ा वोटरों के साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
महिला और अति पिछड़ा वोटरों के साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…
नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…
UP News: लड़की ने प्यार में मिले धोखे का लिया खौफनाक बदला, काट दिया प्रेमी का प्राइवेट पार्ट
UP News: लड़की ने प्यार में मिले धोखे का लिया खौफनाक बदला, काट दिया प्रेमी का प्राइवेट पार्ट
Delhi: दिल्ली के बुराड़ी में बड़ा हादसा, फैक्ट्री में आग लगने से 5 लोग घायल
Delhi: दिल्ली के बुराड़ी में बड़ा हादसा, फैक्ट्री में आग लगने से 5 लोग घायल
किशनगंज में दीवार गिरने से 3 लोगों की मौत,ताश खेलने के दौरान हुआ हादसा
किशनगंज में दीवार गिरने से 3 लोगों की मौत,ताश खेलने के दौरान हुआ हादसा
Delhi: होटल रूम का दरवाजा खोलते ही मच गई खलबली, दोस्त ने गुरुग्राम में की आत्महत्या
Delhi: होटल रूम का दरवाजा खोलते ही मच गई खलबली, दोस्त ने गुरुग्राम में की आत्महत्या
जयपुर अग्निकांड में घायलों की मदद करने वालों की होगी पहचान, CCTV खंगालने के लिए टीम गठित ; जानिए वजह
जयपुर अग्निकांड में घायलों की मदद करने वालों की होगी पहचान, CCTV खंगालने के लिए टीम गठित ; जानिए वजह
MP सरकार पर उठाए सवाल, शाजापुर गोलीकांड के पीड़ित परिवार से मिले दिग्विजय सिंह
MP सरकार पर उठाए सवाल, शाजापुर गोलीकांड के पीड़ित परिवार से मिले दिग्विजय सिंह
ADVERTISEMENT