संबंधित खबरें
साल 2025 में इन दो राशियों पर शुरू होगी शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती, ये 3 चीजों से रहें सावधान वरना झेल नहीं पाएंगे प्रकोप!
महाभारत के इस योद्धा के प्यार में पड़ राक्षसी ने किया था अपने भाई से बगावत, ऐसा क्या हुआ जो रूप बदल बन गई थी 'देवी'!
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर जो कर लिया इन 3 शक्तिशाली मंत्रो का जाप, 3 महीनों में बेकाबू हो उठेगा कुबेर खजाना!
महाभारत में जब श्री कृष्ण के शंख से हील गया था पूरा ब्रम्हांड! वो राक्ष्स जिसके वजह से यमलोक में मच गया था हड़कंप, जानें क्या है उस शंख का नाम?
इन 3 राशि के जातकों को आज मिलने जा रहा है बुधादित्य योग का बड़ा मुनाफा, होगा इतना लाभ जिससे आप भी होंगे अंजान!
दुश्मनी के बावजूद भी क्यों पांडवों ने कर्ण के बेटे को सौंप दिया था इन्द्रप्रस्थ का राजपाठ? कौन था कर्ण का वो एक बेटा जो रह गया था जीवित?
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
सच्चे मन से करें आराधना, हर विघ्न हर लेंगे भगवान श्रीगणेश
बुधवार का दिन भगवान श्रीगणेश को समर्पित है। भगवान श्रीगणेश प्रथम पूज्य देवता हैं और आदिकाल से पूजित हैं। गणेशजी के अनेक नाम हैं लेकिन ये 12 नाम प्रमुख हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन। उपरोक्त द्वादश नाम नारद पुराण में पहली बार गणेश के द्वादश नामवलि में आया है। विद्यारम्भ तथा विवाह के पूजन के प्रथम में इन नामो से गणपति की अराधना का विधान है। मान्यता है कि जहां भगवान श्रीगणेश हैं, वहां समस्त देवी-देवता विराजमान होते हैं। वास्तु शास्त्र में भगवान श्रीगणेश की उपासना से जुड़े आसान से उपाय बताए गए हैं, इन्हें अपनाकर भगवान श्रीगणेश की कृपा पाई जा सकती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
जिन लोगों की कुंडली में बुध दोष होता है, उनके लिए भगवान श्रीगणेश का व्रत बहुत फलदायी माना जाता है। घर में कोई सदस्य अस्वस्थ है तो गाय के गोबर से श्रीगणेश की मूर्ति बनाएं और पूजा करें। वास्तु दोष दूर करने के लिए बैठे हुए भगवान श्रीगणेश की मूर्ति लगाएं। अगर घर के किसी हिस्से में वास्तुदोष है तो उसे दूर करने के लिए सिंदूर और घी को मिलाकर स्वास्तिक बनाएं। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है। भगवान श्रीगणेश के व्रत के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर पूजाघर को गंगाजल से पवित्र करें। लकड़ी के पाटे पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर गणपति जी की स्थापना करें। पूजन के समय पूर्व या उत्तर दिशा में मुख रखें। भगवान को हल्दी, कुमकुम, रोली से तिलक लगाएं। पुष्प अर्पित कर दूब चढ़ाएं। भगवान श्रीगणेश की धूप, दीप से आरती करें। मोदक और लड्डू का भोग लगाएं। हल्के लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण करें। इस दिन भगवान श्रीगणेश की मूर्ति घर के मुख्य द्वार पर लगाएं। क्रिस्टल से बनी भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को वास्तुदोष दूर करने में बहुत कारगर माना गया है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और धन धान्य, सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। माना जाता है कि जहां श्रीगणेश का वास होता है वहां परिवार में सभी सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। हल्दी से बने श्रीगणेश की मूर्ति रखना बहुत ही शुभ माना जाता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.