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India News (इंडिया न्यूज़), Bada Mangal 2023, Ram Stuti, मुंबई: कल यानी 9 मई को बड़ा मंगल है। ये पर्व हर वर्ष ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगलवार के दिन मनाया जाता है। इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम परिवार संग उनके अनन्य और परम भक्ति हनुमान जी की पूजा-उपासना की जाती है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि त्रेता युग में भगवान राम से हनुमान जी का मिलन ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार के दिन हुआ था। एक अन्य कथा है कि महाभारतकाल में हनुमान जी ने ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगल को वृद्ध वानर का रूप धारण कर गदाधारी भीम के अभिमान को तोड़ा था। अतः इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि बड़े मंगलवार के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम संग हनुमान जी की पूजा-उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में व्याप्त दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अगर आप भी हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो बड़े मंगलवार के दिन श्रीराम स्तुति जरूर करें। तो यहां जानिए श्रीराम स्तुति का पाठ।
श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन
हरण भवभय दारुणं ।
नव कंज लोचन कंज मुख
कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं ।
पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि
नौमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबंधु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कंद कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
सिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खर दूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं ।
मम हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं ॥५
मन जाहि राच्यो मिलहि सो
वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुनी सिय
सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल बाम
अङ्ग फरकन लगे।
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥3॥
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