India News (इंडिया न्यूज़), Brij Bhushan Singh, दिल्ली: पुलिस के सूत्रों ने कहा कि अब तक भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने और पहलवानों के आरोंपो की पुष्टि करने वाला कोई सबूत अब तक नहीं मिला है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस 15 दिनों के भीतर मामले पर अपनी अंतिम रिपोर्ट दाखिल करेगी। सूत्रों ने कहा, “15 दिनों के भीतर हम अदालत में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट के रूप में हो सकती है।”
पहलवानों के दावे को साबित करने के लिए कोई सहायक सबूत नहीं है। उन्होंने कहा, “प्राथमिकी में जोड़े गए POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012) की धाराओं में सात साल से कम का कारावास है इसलिए जांच अधिकारी (IO) मांग के अनुसार गिरफ्तारी के लिए आगे नहीं बढ़ सकते हैं।” उन्होंने कहा कि न तो वह गवाह को प्रभावित कर रहा है और न ही सबूतों को नष्ट कर रहा है।
Till now, we have not found sufficient evidence to arrest Brij Bhushan Singh. Within 15 days we'll be filing our report in court. It could be in the form of chargesheet or final report. There is no supportive evidence to prove wrestlers' claim: Top Sources in Delhi Police to ANI
— ANI (@ANI) May 31, 2023
इस बीच एक सभा में ब्रजभूषण शरण सिंह ने एक सभा में कहा कि मैंने कहा था कि अगर एक भी आरोप मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं स्वयं फांसी पर लटक जाऊंगा। आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं। 4 महीने हो गए वो मेरी फांसी चाहते हैं लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है तो वो (पहलवान) अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं। मुझ पर आरोप लगाने वालों गंगा में मेडल बहाने से बृज भूषण को फांसी नहीं मिलेगी। अगर तुम्हारे पास सबूत है तो न्यायलय को दो और न्यायालय मुझे फांसी देगा तो मुझे वो स्वीकार है।
#WATCH | "If a single allegation against me is proven, I will hang myself. If you (wrestlers) have any evidence, present it to the Court and I am ready to accept any punishment," says WFI chief and BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh pic.twitter.com/hfoB7FOhWc
— ANI (@ANI) May 31, 2023
बीतें दिनों भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने वाली विनेश फोगट के साथ ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचे। पहलवानों ने अपने पदक गंगा में विसर्जित करने का फैसला किया था। किसान नेता नरेश टिकैत के हस्तक्षेप करने के बाद पांच दिनों के लिए फैसला टाल दिया।
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