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India News (इंडिया न्यूज़), Dog Meat Festival, दिल्ली: चीन के यूलिन में “लीची एंड डॉग मीट” उत्सव का आयोजन किया जाता है। यह उत्सव 10 दिनों का होता है। 10 दिनों के दौरान दस हजार से अधिक कुत्तों का खाया जाता है। इस मेले के दौरान बिल्ली, ताजा लीजी और शराब भी खूब पसंद की जाती है। कोरोना वायरस दुनिया में फैलने के बाद दुनिया में इसे लेकर काफी विवाद हुआ था।
यह अवसर चीन के गुआंग्शी प्रांत के यूलिन शहर में होता है और वर्ष के सबसे गर्म सप्ताह के दौरान इसका आयोजन किया जाता है। यह हर 21 से 30 जून के बीच किया जाता है। इसकी शुरूआत साल 2009 में की गई थी। कुत्ते का खाना चीन में पारंपरिक है। लोककथाओं के अनुसार गर्मी के महीनों में मांस खाने से भाग्य और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है। पुरूषों की यौन शक्ति भी बढ़ती है।
इस त्योहार के बारें में चीन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक बात होती है। यहां जानवरों को सार्वजनिक रूप से क्लबों का उपयोग करके अमानवीय रूप से मार दिया जाता है। ऐसी भी शिकायतें हैं कि कुत्तों को पूरे चीन से तंग परिस्थितियों में यूलिन लाया जाता है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि कुत्तों का व्यापार रेबीज फैलाता है और हैजा के खतरे को बढ़ाता है
चीन में कुत्तों को खाना गैरकानूनी नहीं है। हर साल मानव उपभोग के लिए लगभग 10 से 20 मिलियन मारे जाते हैं। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान कुत्तों को पालतू जानवर के रूप में रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन मध्यम वर्ग के बीच कुत्ते का स्वामित्व बढ़ा है। आज चीन में 62 मिलियन पंजीकृत पालतू जानवार है। मध्यम वर्ग सोशल मीडिया पर कड़ा विरोध करता है।
इस उत्सव को लेकर चीन में एक सर्व करवाया गया। साल 2017 में किए गए इस सर्व में पता चलता है की जिस यूलिन शहर में इस उत्सव का आयोजन नहीं जाता है वहीं तीन-चौथाई लोग नियमित रूप से कु्त्ते का मांस नहीं खाते। 2016 में कुत्ते खाने को लेकर एक सर्व हुआ था जिसमें पता चला की 64 प्रतिशत चीनी नागिरक चाहते है की यूलिन उत्सव बंद हो जाए। देश की 69.5 प्रतिशत आबादी ने कभी कुत्ते का मांस नहीं खाया।
लेकिन 2017 के एक सर्वेक्षण से पता चला है कि व्यापारियों द्वारा इसे बढ़ावा देने के प्रयासों के बावजूद यूलिन में लगभग तीन-चौथाई लोग नियमित रूप से कुत्ते का मांस नहीं खाते हैं। 2016 के एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में पाया गया कि 64 प्रतिशत चीनी नागरिक चाहते हैं कि यूलिन उत्सव बंद हो जाए और 69.5 प्रतिशत ने कभी कुत्ते का मांस नहीं खाया।
कुत्ते का मांस सिर्फ चीन में नहीं खाया जाता। कुत्ते का मांस दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, कंबोडिया और वियतनाम में भी बड़े पैमाने पर खाया जाता है। वियतनाम में डॉग मीट को ताकत से जोड़कर देखा जाता है। ये यकीन इतना अधिक है कि अगर मार्केट में मीट न मिलें तो कई बार लोग अपने पालतू कुत्तों को भी मारकर खा जाते हैं।
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