होम / Live Update / Beaware of Fraud Websites: फर्जी वेबसाइटों से शॉपिंग करने से बचें

Beaware of Fraud Websites: फर्जी वेबसाइटों से शॉपिंग करने से बचें

India News Editor • LAST UPDATED : October 20, 2021, 5:22 pm IST
ADVERTISEMENT
Beaware of Fraud Websites: फर्जी वेबसाइटों से शॉपिंग करने से बचें

Beaware of Fraud Websites

योगेश कुमार सोनी, नई दिल्ली:
Beaware of Fraud Websites: आज ऑनलाइन बाजारों का जमाना है और त्योहारों के अवसर पर सभी प्रोडक्टों की छोडी बड़ी कंपनियां बेहतर ऑफर देती हैं लेकिन इस बीच कुछ फर्जी कंपनियां आपको बेहद सस्ते दामों पर सामान का लुभावना ऑफर देते हुए लूटने का काम कर रही है। वह सामान ऑर्डर करने पर कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प नहीं देते। सामान की दाम इतने कम होते है जिससे व्यक्ति लालच में पहले ही ऑनलाइन पेमेंट कर देता है।

Beaware of Fraud Websitesलोग इस तरह के लालच में इसलिए भी आ जाते हैं क्योंकि उनको यह लगता है कि शायद दीवाली पर इस तरह के ऑफर आते होंगे लेकिन जब उनका कई दिनों तक आर्डर नहीं आया तो उन्होंने संबंधित वेबसाइट पर जाकर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह वेबसाइट बंद हो चुकी थी। हाल ही में इस तरह की करीब पचास से ज्यादा कंपनियां सक्रिय है। कुछ तो करोड़ो रुपयों का फ्रॉड करके गायब हो चुकी हैं लेकिन बहुत सारी अभी भी लोगों को लुटने का काम कर रही है। कई लोगों ने इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।

Beaware of Fraud Websites शॉपिंग टाइम ने किया करोड़ों का घपला

www.shopingtime.in नामक इस वेबसाइट ने करीब 600 करोड़ का घपला किया है। यह कंपनी पिछले एक महीने से सभी सोशल माध्यम पर बेहद महंगी चीजों को मात्र 100 रुपये में दे रही थी जिस पर लोगों ने जमकर शॉपिंग की लेकिन पिछले सप्ताह इस वेबसाइट का नामोनिशान ही गायब हो गया अर्थात खोलने पर एरर लिखा आ रहा है। हालांकि ऐसी बहुत कंपनियां है लेकिन सबसे बड़ा घपला “शॉपिंग टाइम” ने ही किया है। कभी-कभी कुछ वेबसाइटों से कई बार नकली प्रोडक्ट भी आ जाते जिसको कंपनी मानने को राजी नहीं होती।

कई बार कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि उनको मोबाइल की जगह केवल डमी या खाली डिब्बा ही मिला। हालांकि कंपनियां ऐसी शिकायतों पर अपना पलड़ा झाडकर डिलीवरी ब्वॉय पर आरोप लगा देती हैं लेकिन अंत में नुकसान ग्राहक का ही होता है। बीते दिनों मुंबई पुलिस कुछ छोटी-मोटी फर्जी वेबसाइटों के मालिकों जिन्होनें कुछ लाखों का फजीर्वाड़ा किया था उन्हें गिरफ्तार करते हुए कहा था ‘डिस्काउंट के चक्कर में कहीं आपका अकाउंट खाली न हो जाए।’ इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त केवल विश्वसनीय साइट्स को चुनें। यदि आपको किसी अनजान माध्यम से डिस्काउंट और अन्य लुभावने ऑफर मिल रहे हैं तो उस लिंक को क्लिक न करें।ह्य

Beaware of Fraud Websites ऑनलाइन बाजारों ने बना दिया अपाहिज

आज हमारा समाज एक ऐसी दिशा की ओर जा रहा है जहां हर रोज लालच व आलस का शिकार होता जा रहा है। हमें ऑनलाइन बाजारों ने अपाहिज बना दिया। इसमें अधिकतर विदेशी कंपनियां भी हैं। आज हम अपने घरेलू व देसी बाजारों को छोड़कर ऑनलाइन शॉपिंग की ओर चले तो गए लेकिन घूम-फिरकर इसका नुकसान हमें ही हो रहा है। टैक्स के रुप में दिया गया पैसा देश में न जाकर विदेशों में जा रहा है। मार्मिक व धार्मिक स्तर पर यदि हम थोड़ी देर सोचे तो घरेलू बाजारों से सामान लेने से लाखों मजदूर व कारीगरों का पेट भरता है।

बाजारों से खरीदारी न करने से कई लोग गरीबी के चलते आत्महत्या तक कर लेते हैं। बहरहाल, इस मामले में एक बात यह भी समझनी चाहिए कि आखिर इस तरह की कंपनियों का विज्ञापन फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर व अन्य सोशल माध्यम पर कैसे आ जाता है। ऐसी घटनाओं को लेकर विश्व प्रचलित सोशल माध्यमों की गंभीरता पर भी कई सवालिया निशान खडे हो जाते हैं। कुछ इस तरह की चीजें देश के नामचीन अखबारों व वेबसाइटों में देखने को मिलती है।

Beaware of Fraud Websites विश्वसनीयता के नाम पर मार्केट में कुछ नहीं बचा

आजकल दिल्ली से नोएडा व राजनगर के कुछ बिल्डर जिन प्रोजेक्टों को न देने के लिए जेल में हैं उन ही प्रोजेक्ट का विज्ञापन अभी अखबारों व उनकी वेबसाइटों में आ रहा है जिसके लिए वह जेल में हैं। अधिकतर लोगों को यह लगता है कि देश इतने सम्मानित अखबार में यदि विज्ञापन लगा है तो निश्चित तौर पर सही ही होगा लेकिन ऐसा नही होता। अब तो विश्वसनीयता के नाम पर मार्केट में कुछ नहीं बचा। एक गरीब व मध्यम वर्ग की पूरी जिंदगी का सपना होता है अपना घर बनाना और दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर बिल्डर इस सपने को तोड़ने में लगे हुए हैं।

Beaware of Fraud Websites ठगों पर चले देशद्रोह का मुकदमा

एक आम आदमी पूरी जिंदगी की कमाई लगा देता है अपनी छत को बनाने में और एक जालसाज पल भर में उसकी खुशियां तोड़ देता है। ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले हो या अन्य प्रकार से जालसाजी करने वाले ठगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए चूंकि किसी की आस्था को तोडना भी एक तरह का द्रोह है। ऑनलाइन फ्रॉड की कहानी व किस्से अब नए नही लगते और इनकी खास बात यह है कि जैसे ही इनके तरीके से आप अवगत होते हैं यह तुरंत नया तरीका खोज लेते हैं।

पिछले वर्ष आरबीआई की गाइडलाइन जारी हुई थी यदि ग्राहक किसी भी बैंक साइट या लिंक्ड मर्चेंट वेबसाइट से धोखा खाता है बैंक को अपने ग्राहक पूरा पैसे लौटाना होगा लेकिन शॉपिंग से धोखा खाया हुआ पीड़ित संपर्क कहां और कैसे करे चूंकि यह साइबर क्राइम का मामला है और क्षेत्रीय थाना पुलिस इसमें कुछ भी करने में असक्षम होती हैं। जब तक यह पुलिस इस पर काम करती है तब तक को देश में लाखों लोगों को करोडों रुपयों का चूना लग चुका होता है।

इसके बाद भी जिन लोगों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी उन सभी को यह कहा दिया गया है थोडे से पैसों के लिए आपको बहुत चक्कर काटने पड़ेंगे। इसमें अशिक्षित के साथ शिक्षित लोग भी चपेट में आए हैं। जज से लेकर बड़े पुलिस अधिकारी तक इसका शिकार हुए हैं।

Beaware of Fraud Websites हैकर्स के पास पुलिस से ज्यादा हाईटैक तरीका

फ्रॉड करने वालों के पास तरीके तो बहुत हैं लेकिन लोगों पर बचने के लिए विकल्प बहुत कम। क्या इस तरह का साइबर क्राइम करने वालों के लिए शासन-प्रशासन के पास कोई ठोस नीति नहीं है या हैकर्स के पास पुलिस से भी ज्यादा हाईटैक तरीका है जिससे वह आसानी से बच निकलते हैं। बहरहाल, मामला चाहे कुछ भी लेकिन अंत में यही बात समझ में आती है कि सुरक्षा ही बचाव है।

इसके लिए अधिक से अधिक, लोगों को इसके बारे में चेताने के लिए जागरुक होना पडेÞगा और यह काम मीडिया व सरकार द्वारा विज्ञापन या जागरूकता कार्यक्रम करके किया जाना चाहिए। सोशल साइटों से जुड़ना गलत नही हैं चूंकि आज फेसबुक, व्हाट्स एप, ट्विटर व इंस्टाग्राम पर हर कोई जुड़ा है लेकिन इस तरह की फर्जी शॉपिंग वेबसाइटों से बचना होगा।

Beaware of Fraud Websites दिवाली ऑफर के चक्कर में न पड़ें

हाल में चल रहे दिवाली ऑफर के चक्कर में न पड़ें और यदि आपको सामान मंगवाना भी है तो कोशिश कीजिए कैश ऑन डिलीवरी पर सामान मंगवाए चूंकि इससे कम से कम यह तो तय हो जाएगा कि आपका सामान आ रहा है। और जो ऐप व वेबसाइट कैश ऑन डिलीवरी न दें तो समझ जाइये कि वह पूर्ण रूप से फर्जी हैं चूंकि जो पहले पैसे ले लेगा उस वेबसाइट से सामान आने की कोई गारंटी नही होती। ऐसे फजीर्वाड़ा करने वालों से स्वयं और आसपास के लोगों को भी सतर्क करते रहिए।

Read More: North Korea ने पनडुबी से दागी मिसाइल

Connect With Us: Twitter Facebook

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Sambhal Violence Update: योगी सरकार का सख्त कदम! चौराहों पर लगेंगे हमलावरों के पोस्टर, होगी वसूली भी
Sambhal Violence Update: योगी सरकार का सख्त कदम! चौराहों पर लगेंगे हमलावरों के पोस्टर, होगी वसूली भी
RBSE 2024: शिक्षा निति में हुआ बड़ा बदलाव, जाने परीक्षा से पहले कहा रखे जाएंगे प्रश्नपत्र
RBSE 2024: शिक्षा निति में हुआ बड़ा बदलाव, जाने परीक्षा से पहले कहा रखे जाएंगे प्रश्नपत्र
खौफ के साये में भारत के कई राज्य! अंडमान सागर से उठा ये तूफान तबाही मचाने को तैयार, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
खौफ के साये में भारत के कई राज्य! अंडमान सागर से उठा ये तूफान तबाही मचाने को तैयार, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
टॉपलेस होकर सड़कों पर क्यों उतर रही महिलाएं, पेरिस में खुलेआम नग्न होकर जताया विरोध?
टॉपलेस होकर सड़कों पर क्यों उतर रही महिलाएं, पेरिस में खुलेआम नग्न होकर जताया विरोध?
संभल में पुलिस को बदनाम करने से पहले अखिलेश यादव देख लें ये वीडियो, मिल गया दंगे का असली “हैवान”, मुंह छुपाकर कर रहा था ये काम
संभल में पुलिस को बदनाम करने से पहले अखिलेश यादव देख लें ये वीडियो, मिल गया दंगे का असली “हैवान”, मुंह छुपाकर कर रहा था ये काम
Udaipur Royal Family: उदयपुर में राजपरिवार के बीच बढा विवाद, अब जिला मजिस्ट्रेट ने लगाया ये प्रतिबंध
Udaipur Royal Family: उदयपुर में राजपरिवार के बीच बढा विवाद, अब जिला मजिस्ट्रेट ने लगाया ये प्रतिबंध
झांसी अग्निकांड पर आई किंजल सिंह कमेटी की रिपोर्ट! दिखी बड़ी लापरवाही, अगला कदम क्या?
झांसी अग्निकांड पर आई किंजल सिंह कमेटी की रिपोर्ट! दिखी बड़ी लापरवाही, अगला कदम क्या?
JNU Sambhal Violence: यूपी भवन पर जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन, संभल हिंसा के लिए योगी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
JNU Sambhal Violence: यूपी भवन पर जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन, संभल हिंसा के लिए योगी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
‘प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का…’, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा संभल हिंसा का मामला, इस इस्लामिक संगठन ने अदालत से की ये मांग
‘प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का…’, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा संभल हिंसा का मामला, इस इस्लामिक संगठन ने अदालत से की ये मांग
कैसी थी खूंखार मुगल सेना की संरचना, जानिए अकबर-जहाँगीर सैनिकों को कितनी देते थे तनख्वाह?
कैसी थी खूंखार मुगल सेना की संरचना, जानिए अकबर-जहाँगीर सैनिकों को कितनी देते थे तनख्वाह?
Dehradun Car Accident: गलत दिशा में दौड़ती कार बनी हादसे का शिकार, छह दोस्तों की हुई थी मौत, जांच का आदेश 
Dehradun Car Accident: गलत दिशा में दौड़ती कार बनी हादसे का शिकार, छह दोस्तों की हुई थी मौत, जांच का आदेश 
ADVERTISEMENT