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India News (इंडिया न्यूज़), Hariyali Amavasya 2023: हिंदू सनातन धर्म में सावन के महीने का बहुत महत्व है। सावन में जो भक्त भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करता है उसकी मनोकामना जरुर पूरी होती। हरियाली अमावस्या सावन मास में ही आती है जो इस बार 17 जुलाई 2023 को है। इस दिन सोमवार होने से ये सोमवती अमावस्या कहलाएगी। वैदिक काल से ही इस दिन पेड़ और पौधे लगाने की परंपरा है।
हरियाली अमावस्या के दिन पेड़ पौधे लगाने की पंरपरा काफी विशेष है। इस दिन सुबह-सुबह स्नान कर भगवान का नाम लेकर पेड़- पौधे लगाए जाते है। हालांकि ये त्योहार पूरे देश में बनाया जाता है, लेकिन मथुरा एवं वृन्दावन में हरियाली अमावस्या के अवसर पर विशेष दर्शन का आयोजन किया जाता है। वृन्दावन में भगवान कृष्ण के इन विशेष दर्शन करने से व्यक्ति को शुभ फल मिलता है। इस दिन बड़ी संख्या में लोग भगवान कृष्ण के दर्शनों के लिए मथुरा में द्वारकाधीश मंदिर और वृंदावन में बांके बिहारी मन्दिर जाते हैं।
मान्यता है कि हरियाली अमावस्या के दिन कोई व्यक्ति किसी भी वृक्ष को लगाकर उसकी सुरक्षा का प्रण लेता है तो उसके जीवन में समृद्धि बनी रहती है। सावन में हरियाली अमावस्या पर शिव-पार्वती पूजन के साथ ही आम, बरगद, नीम, तुलसी आदि के पौधे लगाकर देव और पितृ दोनों प्रसन्न होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन आमला, पीपल, आम और नीम के पेड़ लगाने चाहिए।
अमावस्या तिथि 16 जुलाई 2023 को सुबह 10:08 से शुरू हो रही है। इसका समापन 18 जुलाई 2023 को सुबह 12:01 पर होगा। बता दें कि 17 जुलाई को सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी।
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