संबंधित खबरें
बढ़ते प्रदूषण की वजह से Delhi NCR के स्कूल चलेंगे हाइब्रिड मोड पर, SC ने नियमों में ढील देने से कर दिया इनकार
केंद्रीय मंत्रिमंडल के इन फैसलों से आपके जीवन में आने वाला है ये बड़ा बदलाव, जान लीजिए वरना कहीं पछताना न पड़ जाए
BJP से आए इस नेता ने महाराष्ट्र में कांग्रेस का किया ‘बेड़ा गर्क’, इनकी वजह से पार्टी छोड़ गए कई दिग्गज नेता, आखिर कैसे बन गए राहुल के खास?
दिसंबर में इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, जाने से पहले एक बार चेक कर लीजिए, वरना…
'नेताओं के जाल में…', संभल में सीने पर पत्थर खाकर SP मुसलमानों से करते रहे अपील, Video देखकर सैल्यूट करने को खुद उठ जाएगा हाथ
'गोलीबारी नहीं, हत्या है', संभल हिंसा पर फट पड़े ओवैसी, 3 मुस्लिम युवकों जनाजे उठने पर कही ये बात
India News (इंडिया न्यूज़), Indian Passport, दिल्ली: हेनले एंड पार्टनर्स नाम की संस्था की तरफ से पेश की गई नई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट की ताकत 2022 में 87वें स्थान से बढ़कर 2023 में 80वें स्थान पर पहुंच गई। जिनके पास भारतीय पासपोर्ट है वह 57 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते है। हेनले एंड पार्टनर्स यह आंकड़ा इसी आधार पर तय करता है कि पासपोर्ट धारकों को बिना वीजा प्रवेश मिल सकता है। भारत के साथ 80वें स्थान पर सेनेगल और टोगो नाम के दो देश भी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंगापुर ने पांच साल में पहली बार इस लिस्ट में जापान को पहले से हटा पर नंबर वन पर पहुंच गया। जापान अब इस रैंकिग पर तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। सिंगापुर के पासपोर्ट पर दुनिया के 227 देशों में से 192 में बिना-वीजा आप जा सकते है।
जर्मनी, इटली और स्पेन 190 देश में मुफ्त वीजा यात्रा के साथ दूसरे नंबर पर है। तीसरे नंबर पर जापान, ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्ज़मबर्ग, दक्षिण कोरिया और स्वीडन। इन देशों के पासपोर्ट पर 189 देशों में बिना-वीजा यात्रा किया जा सकता है। ब्रिटेन इस रैंकिग में चौथे स्थान पर है। वही अमेरिका को इस रैंकिग में 8वां स्थान मिला है। अमेरिका के वीजा पर 184 देशों में बिना वीजा यात्रा संभव है।
अगर रैंकिग में नीचे रहने वाले देशों की बात करें तो केवल 27 वीज़ा-मुक्त देशों के साथ अफगानिस्तान सूचकांक में सबसे निचले स्थान पर है। इसके बाद इराक (29) और सीरिया (30) हैं। यह तीन दुनिया के तीन सबसे कमचोर पासपोर्ट है।
हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष और पासपोर्ट इंडेक्स अवधारणा के आविष्कारक क्रिश्चियन एच. केलिन ने कहा कि दुनिया भर में केवल आठ देशों में आज एक दशक पहले की तुलना में कम वीज़ा-मुक्त पहुंच है, जबकि अन्य अपने लिए अधिक नागरिक यात्रा स्वतंत्रता हासिल करने में अधिक सफल रहे हैं।
उदहारण के लिए यूएई ने 2013 से अब तक 107 देशों को जोड़ा जहां यूएई के लोग बिना वीचा जा सकते है। 10 साल में उसकी रैंकिग 56 से 12 पर पहुंच गई है। वही कोलंबिया अपनी रैंकिंग में 28 स्थानों की छलांग लगाकर 37वें स्थान पर पहुंच गया है। पिछले दशक में सबसे बेहतर रैंकिंग वाले शीर्ष 10 देशों में यूक्रेन और चीन भी शामिल हैं।
‘सबसे खुले’ देशों की बात करें तो, ‘शीर्ष 20’ में कंबोडिया को छोड़कर सभी छोटे द्वीप राष्ट्र या अफ्रीकी राज्य हैं। 12 पूरी तरह से खुले देश हैं जो दुनिया के सभी 198 पासपोर्टों पर वीज़ा-मुक्त या वीज़ा-ऑन-अराइवल प्रवेश की पेशकश करते हैं। यह देश है बुरुंडी, कोमोरो द्वीप समूह, जिबूती, गिनी-बिसाऊ, मालदीव, माइक्रोनेशिया, मोज़ाम्बिक, रवांडा, समोआ, सेशेल्स, तिमोर-लेस्ते और तुवालु।
‘वही सबसे बंद देशों’ में चार देश आते है। यह किसी भी देश के नागरिक को बिना वीजा अनुमति नहीं देते। यह देश है – अफगानिस्तान, उत्तर कोरिया, पापुआ न्यू गिनी और तुर्कमेनिस्तान। वही लीबिया, भूटान, इरिट्रिया, इक्वेटोरियल गिनी और भारत ऐसे देश है जो पांच से कम देशों को बिना-वीजा अनुमति देते है।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.