संबंधित खबरें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
मक्का की मस्जिदों के नीचे मंदिर है?, नरसिंहानंद ने खोला 'अरब से आए लुटेरों' का राज, फिर बिदक जाएंगे मौलाना
India News (इंडिया न्यूज़), No Confidence Motion: संसद में आज विपक्ष के द्वारा सरकार के खेिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जिसे लोकसभा के सभापति ओम बिरला ने एक्सेप्ट कर किया। अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे का कारण बतते हुए विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि यह कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव नहीं बल्कि I.N.D.I.A के घटक दलों द्वारा सामूहिक तौर पर लाया गया है। पिछले 83-84 दिनों से मणिपुर में जो स्थिति बनी हुई है उस पर क़ानून-व्यवस्था चरमरा गई है, समुदाय के बीच विभाजन हो गया है। वहां सरकार नाम की चीज़ नहीं रह गई है। इन तथ्यों ने हमें अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर किया है।
उन्होंने आगे कहा, “I.N.D.I.A के घटक दलों की सामूहिक मांग है कि सभी काम को एक तरफ रखते हुए कल ही इस प्रस्ताव के ऊपर, प्राथमिकता रखते हुए पर इस चर्चा होनी चाहिए।”
सवाल संख्या का नहीं बल्कि नैतिकता का है। बुनियादी सवाल यह है कि जवाबदारी किस की है। सदन में जब इस पर मतदान होगा तब नैतिकता की कसौटी पर कौन कहां खड़ा है। सवाल राष्ट्र की सुरक्षा का है: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी pic.twitter.com/h1fsIb7lxo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2023
वहीं सदन में विपक्ष की संख्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि सवाल संख्या का नहीं बल्कि नैतिकता का है। बुनियादी सवाल यह है कि जवाबदारी किस की है। सदन में जब इस पर मतदान होगा तब नैतिकता की कसौटी पर कौन कहां खड़ा है। सवाल राष्ट्र की सुरक्षा का है।
गौरतलब है कि लोकसभा में इस वक्त NDA के पास 331 संसद मौजूद हैं। वहींं विपक्ष को अविश्वास साबित करने के लिए 272 संसदों के वोट की जरुरत होगी। विपक्ष के पास इस वक्त 144 से भी कम संसद मौजूद हैं। विपक्षी दलों का दावा है कि अविश्वास प्रस्ताव के बहाने विपक्ष प्रधानमंत्री को मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर धेरने की कोशिश करेंगी।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.