संबंधित खबरें
कौन है 'संभल जामा मस्जिद' केस लड़ने वाले विष्णु शंकर जैन? उठा चुके हैं हिंदू धर्म के 110 मामले, अधिकतर में मिली जीत
'दैत्य वाला…', महाराष्ट्र में उद्धव को मिली शिकस्त, तो एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इस तरह उड़ाई खिल्ली!
दो सालों में भारत का इतना धन लुट गए अंग्रेज, देश को खोखला करने की थी कोशिश, सच्चाई जान रह जाएंगे हैरान!
अजित पवार ने खेला ऐसा दाव,सीएम पद को लेकर महायुति में छिड़ी जंग…चारों खाने चित हुए एकनाथ शिंदे
क्या इंदिरा गांधी की सरकार ने बदला था संविधान? 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने कर लिया फैसला
चुनावों में गंदी बेइज्जती के बाद अब राज ठाकरे पर टूटा बड़ा कहर, MNS की तबाही का पहला इशारा, अपने भी फेर लेंगे मुंह?
India News (इंडिया न्यूज़), Asaduddin Owaisi: AIMIM पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार (27 जूलाई) लोकसभा और राज्यसभा में चल रहे मणिपुर मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन और व्यवधान को संबोधित करते हुए संसद की कार्यवाही को बहाल करने के लिए कहा। बता दें की 20 जूलाई से शुरु हुआ म़ॉनसुन सत्र की कार्यवाही मणिपुर हिंसा को लेकर हर दिन स्थगीत की जा रही है।
AIMIM पार्टी प्रमुख इस बात पर जोर दिया कि एक दिन पहले सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद व्यवस्था में वापसी होनी चाहिए। उन्होंने विपक्ष की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह सही बात है कि अब अविश्वास स्वीकार कर लिया गया है तो सदन चलने देना चाहिए। विपक्षी दलों को इस सवाल का जवाब देना चाहिए।”
उन्होंने संसद की कार्यवाही पर अफसोस जताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने सत्र के इतने दिन गंवा दिए। हमें सरकार से तीखे सवाल पूछने, उनकी विफलताओं को उजागर करने की जरूरत है। उन्होंने प्रश्नकाल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम प्रश्नकाल को मिस कर रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि सदन में इस विरोध और हंगामे के चलते महत्वपुर्ण विधेयक भी पारित नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदन में महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं, हम विधेयक की खामियों को उजागर नहीं कर पाए हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख ने राजस्थान और पश्चिम बंगाल में हिंसा की तुलना मणिपुर में जातीय संघर्ष से करने की सरकार की कोशिश की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार यह कहकर कि आइए राजस्थान और पश्चिम बंगाल में हिंसा पर चर्चा करें। सरकार हिंसा को उचित ठहराने की कोशिश कर रही है।
गौरतलब है कि मॉनसून सत्र के शुरु से ही विपक्ष सरकार से मणिपुर हिंसा में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रही है। इसके लिए विपक्ष आज संसद में विरोध करते हुए काले कपड़े पहनकर संसद में आया। वही सरकार इस मामले में गृहमंत्री के बयान के लिए तैयार है।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.