संबंधित खबरें
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, अडानी-मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष कर सकता है चर्चा की मांग, जानें किन बिलों को लाने की तैयारी में केंद्र सरकार
इस राजपूत राजा ने सबसे पहले मुगलों में की थी अपनी बटी की शादी, आमेर किला नहीं एक रहस्यमयी इतिहास! जाने क्या इसके पिछे की कहानी?
एक हो जाएंगे चाचा-भतीजा! महाराष्ट्र में हार पर छलका शरद पवार का दर्द, NCP और अजित पवार को लेकर अब ये क्या कह दिया?
'सांसद होकर दंगे के लिए….' संभल हिंसा पर भड़के नरसिंहानंद सरस्वती, सांसद जियाउर्रहमान को दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी!
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम
India News (इंडिया न्यूज़),Ajay Pandey,MP News: संजय टाइगर रिजर्व के जंगल में एकबार फिर हाथियों का झुंड पहुंच गया है। कई दिनो से पोड़ी रेंज के मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ वार्डर में हाथी अपना ठिकाना बनाए हुए हैं। बताया गया कि बुधवार की रात करीब 1बजे तिनगी गांव के एक आदिवासी के घर को हाथियों ने अपना निशाना बनाया है। इस घटना से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। लेकिन परिवार काफी दिक्कत में आ गया है। वहीं वन अधिकारियों के लापरवाही से परिवार आज दिन तक पैकेज का लाभ नहीं पा सका है। जिसके कारण उस गांव से विस्थापित नहीं पाया है।
बता दें कि बुधवार की रात गाजर क्षेत्र के तिनगी गांव में करीब 1 बजे करीब 12 की संख्या में हाथियों का झुंड पहुंच गया। देर रात राधा सिहं पति मोहर सिंह के घर को अपना निशाना बनाया और पूरी तरह से घर की ओसाई को गिरा दिया। इतना ही नहीं घर में रखे अनाज को खा गए। वहीं हाथियों के आने की भनक जैसे ही परिवार को लगी वह घर की अटारी में चढ़कर अपनी जान बचाई। वहीं पूरे मामले के संबंध में पीड़ित महिला राधा सिंह का कहना है कि तिनगी गांव में उसे आज दिवस तक पैकेज का लाभ नहीं दिया गया कई बार वह शासन प्रशासन एवं खंड स्तर के अधिकारी कर्मचारियों को अपना आवेदन भी दे चुकी हैं।
वन विभाग के आला अधिकारी के द्वारा एवं अन्य अधिकारियों के द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे महिला आज दिवस तक पैकेज का लाभ नहीं मिल पाया है, और वह अपने तिनगी गांव में ही निवासरत है ऐसे बरसात के समय पर अब घर भी उसका हाथियों ने गिरा दिया है, जिससे उसके पास और दिक्कत आ गई है साथ ही घर में रखा अनाज भी हाथियों ने खा लिया है, जिससे अब उसको भूखे मरने की स्थिति भी आ गई है अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी ने तिनगी गांव पहुंचकर जायजा नहीं लिया है जबकि पीड़ित महिला के द्वारा सभी को सूचित भी किया जा चुका है।
संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र तिनगी एवं तिलया गांव सहित कई ऐसे विस्थापित गांव है जहां कई पात्र लोग विस्थापन पैकेज के लाभ से आज भी वंचित हैं, और अपात्र लोगों को लाभ दे दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि ऐसे वंचित लोगों की सूची एवं उनके सभी दस्तावेज ग्राम पंचायत से प्रस्तावित हो चुकी है। वहीं कुसमी उपखंड में भी ऐसे विस्थापितों की पुष्टि हो चुकी है लेकिन बताया जा रहा है कि राजस्व के कुछ कर्मचारी जो चन्द पैसों के चलते फाइलें अधिकारियों के पास नहीं पहुंचा रहे हैं।
जो फाइलें सीधी में रखी हुई हैं, उन पर अधिकारियों के हस्ताक्षर उन फाइलों पर नहीं हो रहे हैं जिसके कारण वंचित विस्थापितों को लाभ पैकेज कर नहीं मिल पा रहा है ऐसे में लोगों ने जिला कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए एक बार फिर पैकेज से वंचित लोगों की जांच कर जल्द पैकेज वितरण करवाने की मांग की है।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.