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India News (इंडिया न्यूज़), Inflation, दिल्ली: खाने-पीने की चीजे खरदीने में लोगों की कमर टूट रही है। सिर्फ टमाटर ही नहीं, आलू को छोड़कर ऐसी कोई सब्जी नहीं जो महंगी न हुए हो। संसद के मॉनसून सत्र में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इस सप्ताह खाद्य पदार्थों को लेकर सरकारी आंकड़े भी पेश किए हैं। सरकार ने संसद में बाताया कि पिछले साल में तुअर दाल की कीमतों में अधिकतम 28% की वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद चावल (10.5%), उड़द दाल और आटा ( 8%) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
चावल की औसत खुदरा कीमत गुरुवार को 41 रुपए किलोग्रम है। यह पिछले साल 37 रुपए थी। मंत्रालय ने तुअर दाल की कीमत में बढ़ोतरी के लिए घरेलू उत्पादन में कमी को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार को तुअर दाल की औसत खुदरा कीमत 136 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि पिछले साल यह 106.5 रुपये प्रति किलोग्राम थी। उड़द दाल की कीमत पिछले साल के 106.5 रुपये से बढ़कर 114 रुपये प्रति किलो हो गई है। मूंग दाल की कीमत भी अब 102 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल 111 रुपये थी.
मंत्रालय ने कहा कि सब्जियों में आलू की देशभर में औसत खुदरा कीमत पिछले साल की तुलना में लगभग 12% कम है जबकि प्याज की कीमत एक साल पहले की तुलना में लगभग 5% अधिक है। गुरुवार को टमाटर की औसत कीमत 140 रुपये प्रति किलो थी, जो पिछले साल 34 रुपये थी। बुलंदशहर में टमाटर की अधिकतम कीमत 257 रुपये प्रति किलो थी। वहीं, दिल्ली में टमाटर की कीमत 213 रुपये है और मुंबई में 157 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था।
मंत्रालय ने टमाटर की कीमतों पर कहा कि हाल के हफ्तों में फसल की मौसमी स्थिति, कोलार में सफेद मक्खी की बीमारी, देश के उत्तरी हिस्से में मॉनसून की बारिश के तत्काल आगमन जैसे कारकों के मिल जाने की वजह से टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं जिसका बुरा प्रभाव भी पड़ा है। हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में टमाटर की फसलें प्रभावित हुईं और भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में सप्लाई बाधित हुई।
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