होम / Nipah Virus: केरल में निपाह से दो की मौत – क्या है ये वायरस, तेजी से नहीं फैलता तो भी क्यों है खतरनाक?

Nipah Virus: केरल में निपाह से दो की मौत – क्या है ये वायरस, तेजी से नहीं फैलता तो भी क्यों है खतरनाक?

Sailesh Chandra • LAST UPDATED : September 13, 2023, 3:31 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Nipah Virus: केरल में निपाह से दो की मौत – क्या है ये वायरस, तेजी से नहीं फैलता तो भी क्यों है खतरनाक?

Nipah Virus

India News (इंडिया न्यूज), Nipah Virus: कोझिकोड जिले में वायरल बीमारी से दो लोगों की मौत की पुष्टि होने के बाद केरल में फिर से निपाह संक्रमण के मामले पाए गए हैं। नौ और 24 साल के दो अन्य लोगों का इलाज चल रहा है। वे पहले पीड़ित परिवार के सदस्य हैं, जिनकी 30 अगस्त को मृत्यु हो गई थी। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार सुबह कोझिकोड में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम राज्य में भेजी गई है। निपाह वायरस कोविड-19 वायरस जितनी तेजी से नहीं फैलता है, लेकिन यह अधिक घातक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, निपाह की कुल वैश्विक मृत्यु दर 40% से 75% अनुमानित है।

निपाह वायरस संक्रमण क्या है?

निपाह एक ज़ूनोटिक बीमारी है, जिसका अर्थ है कि यह संक्रमित जानवरों या दूषित भोजन के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क के माध्यम से सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई और उल्टी हैं। गंभीर मामलों में, भटकाव, उनींदापन, दौरे, एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) हो सकती है, जो कोमा और मृत्यु तक बढ़ सकती है।

निपाह कैसे फैलता है?

मनुष्यों के बीच निपाह वायरस का पहला मामला मलेशिया (1998) और सिंगापुर (1999) में दर्ज किया गया था। इस वायरस का नाम मलेशिया के उस गांव से लिया गया है जहां जिस व्यक्ति में यह वायरस सबसे पहले आया था और उसकी इस बीमारी से मृत्यु हो गई थी। सीडीसी के अनुसार, यह “कच्चे खजूर के रस या फल के सेवन के कारण हो सकता है जो संक्रमित चमगादड़ों की लार या मूत्र से दूषित हो गया है।” NiV (निपाह) संक्रमण के कुछ मामले उन लोगों में भी सामने आए हैं जो पेड़ों पर चढ़ते हैं जहां चमगादड़ अक्सर रहते हैं।

इस वायरस का मुख्य श्रोत फ्रूट बैट (चमगादड़) के रूप में जाना जाता है, जिसे आमतौर पर फ्लाइंग फॉक्स के नाम से जाना जाता है। फ्रूट बैट इस वायरस को सूअर, कुत्तों, बिल्लियों, बकरियों, घोड़ों और भेड़ों तक फैलाने के लिए जाने जाते हैं। मनुष्य मुख्य रूप से इन जानवरों के सीधे संपर्क से, या इन संक्रमित जानवरों की लार या मूत्र से दूषित भोजन के सेवन से संक्रमित होते हैं। सीडी में कहा गया है, “बांग्लादेश और भारत में नियमित रूप से NiV के व्यक्ति-से-व्यक्ति प्रसार की सूचना मिलती है। यह आमतौर पर NiV-संक्रमित रोगियों के परिवारों और देखभाल करने वालों में देखा जाता है।

चूंकि इसकी पहली बार पहचान 1998-99 में हुई थी, तब से निपाह वायरस कई बार तांडव मचा चुका है। ये सभी दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में हुए हैं। बांग्लादेश में 2001 के बाद से कम से कम 10 बार इसका प्रकोप देखा गया है। भारत में, पश्चिम बंगाल में 2001 और 2007 में इसका प्रकोप देखा गया था, जबकि केरल में 2018 में कई मामले दर्ज किए गए थे, और 2019 और 2021 में अलग-अलग मामले सामने आए थे।

निपाह वायरस कितनी तेजी से फैलता है?

निपाह वायरस SARS-CoV-2 की तुलना में काफी धीरे-धीरे फैलता है। हालाँकि, इसकी घातक क्षमता ही सबसे बड़ी चिंता का विषय है। 2001 में बंगाल के सिलीगुड़ी में पहले प्रकोप के दौरान, संक्रमित होने की पुष्टि करने वाले 66 लोगों में से 45 की मृत्यु हो गई। यानी मृत्यु दर 68% है। अगले प्रकोप में, 2007 में पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में, सभी पांच संक्रमित लोगों की मृत्यु हो गई। 2018 में केरल में प्रकोप के दौरान, संक्रमित होने की पुष्टि किए गए 18 रोगियों में से 17 की मृत्यु हो गई। कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन, ‘निपाह वायरस: पास्ट आउटब्रेक्स एंड फ्यूचर कन्टेनमेंट’ में बताया गया है कि 1999 में मलेशिया में, कुल 265 लोग संक्रमित पाए गए थे, जिनमें से 105 की मृत्यु हो गई थी।

नोआखली विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बांग्लादेशी शोधकर्ताओं पी देवनाथ और चटगांव विश्वविद्यालय के एचएमए ए मसूद द्वारा 2021 में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि निपाह वायरस के पिछले प्रकोप में प्रजनन संख्या (RO) लगभग 0.48 थी। R-वैल्यू इस बात का माप है कि आबादी में वायरस कितनी तेजी से फैलता है। एक से कम मान का मतलब है कि पहले से ही संक्रमित व्यक्ति द्वारा एक से कम व्यक्ति संक्रमित हो रहा है। ऐसे में इसका प्रकोप अपेक्षाकृत तेजी से कम होने की उम्मीद है।

Also Read

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

दिल्ली में  प्रदूषण को लेकर  SC का बड़ा फैसला.. लागू रहेगा ग्रेप 4, सरकार से मांगी रिपोर्ट
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर SC का बड़ा फैसला.. लागू रहेगा ग्रेप 4, सरकार से मांगी रिपोर्ट
288 जलस्रोत पर गंभीर संकट, प्रदेश में 206 सदानीरा नदियां और गदेरे सूखने के कगार पर
288 जलस्रोत पर गंभीर संकट, प्रदेश में 206 सदानीरा नदियां और गदेरे सूखने के कगार पर
Tejashwi Yadav: ललन सिंह के बयान पर भड़क उठे तेजस्वी यादव! BJP को भी घेरा
Tejashwi Yadav: ललन सिंह के बयान पर भड़क उठे तेजस्वी यादव! BJP को भी घेरा
चलती रोड पर शख्स पर तान दी पिस्तौल…उसके बाद जो हुआ, वीडियो देख उड़ जाएगे आपके होश
चलती रोड पर शख्स पर तान दी पिस्तौल…उसके बाद जो हुआ, वीडियो देख उड़ जाएगे आपके होश
2 पक्षों में विवाद सुलझाने गए दरोगा की हो गई जमकर पिटाई, लोगों ने बनाया बंधक,  फिर ऐसी हालत में….
2 पक्षों में विवाद सुलझाने गए दरोगा की हो गई जमकर पिटाई, लोगों ने बनाया बंधक, फिर ऐसी हालत में….
Delhi Pollution News: दिल्ली सरकार और पुलिस के कामकाज पर SC का सवाल, कोर्ट कमिश्नर ने गिनाईं ये कमियां
Delhi Pollution News: दिल्ली सरकार और पुलिस के कामकाज पर SC का सवाल, कोर्ट कमिश्नर ने गिनाईं ये कमियां
Bihar Politics: ‘एक हो जाएं, सेफ हो जाएं’ -NDA का आया तेजस्वी यादव को प्रस्ताव
Bihar Politics: ‘एक हो जाएं, सेफ हो जाएं’ -NDA का आया तेजस्वी यादव को प्रस्ताव
संभल में हुई हिंसा में इस्तेमाल हुआ खतरनाक हथियार…एक वार में हो जाएगा काम तमाम, पुलिस के छूटे पसीने
संभल में हुई हिंसा में इस्तेमाल हुआ खतरनाक हथियार…एक वार में हो जाएगा काम तमाम, पुलिस के छूटे पसीने
अपर्णा यादव ने संभल बवाल पर दिया बयान, गुंडई बर्दाश्त नहीं करेगी योगी सरकार
अपर्णा यादव ने संभल बवाल पर दिया बयान, गुंडई बर्दाश्त नहीं करेगी योगी सरकार
Rishabh Pant यूं ही नहीं बने IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी, जानें वो 2 वजहें जो बदल देंगी भारत का क्रिकेट!
Rishabh Pant यूं ही नहीं बने IPL इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी, जानें वो 2 वजहें जो बदल देंगी भारत का क्रिकेट!
Kaithal Accident News: चलती कार बनी आग का गोला, कुछ ही मिनटों में जलकर हुई राख
Kaithal Accident News: चलती कार बनी आग का गोला, कुछ ही मिनटों में जलकर हुई राख
ADVERTISEMENT