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India News (इंंडिया न्यूज), Rishi Panchami 2023: गणेश चतुर्थी के अगले ही दिन ऋषि पंचमी व्रत किया जाता है। यह भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह व्रत 20 सितंबर 2023 को मनाया जा रहा है। जान लें कि इस दिन 7 ऋषियों ऋषि कश्यप, ऋषि अत्रि, ऋषि भारद्वाज, ऋषि विश्वमित्र, ऋषि गौतम, ऋषि जमदग्नि और ऋषि वशिष्ठ की पूजा का विधान है। पुरानों में ऐसा लिखा गया है कि जो स्त्रियां ऋषि पंचमी का व्रत रखकर ऋषियों का पूजन करती हैं उन्हें हर पाप से मुक्ति मिलती हैं। आईए जानते हैं यह व्रत क्यों किया जाता है और इसकी कथा पूजा का मुहूर्त और विधि के बारे में।
‘Rishi Panchami 2023 Muhurat’
ग्रंथों के अनुसार एक उत्तक नाम का ब्राह्म्ण अपनी पत्नी सुशीला के साथ रहता था। उसके एक पुत्र और पुत्री दोनों ही विवाह योग्य थे। पुत्री का विवाह उत्तक ब्राह्मण ने सुयोग्य वर के साथ कर दिया, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद उसके पति की अकाल मृत्यु हो गई। इसके बाद उसकी पुत्री मायके वापस आ गई। एक दिन विधवा पुत्री अकेले सो रही थी, तभी उसकी मां ने देखा की पुत्री के शरीर पर कीड़े उत्पन्न हो रहे हैं। अपनी पुत्री का ऐसा हाल देखकर उत्तक की पत्नी सहम गई गई।
वह अपनी पुत्री को पति उत्तक के पास लेकर आई और बेटी की हालत दिखाते हुए बोली कि, मेरी साध्वी बेटी की ये गति कैसे हुई’? तब उत्तक ब्राह्मण ने ध्यान लगाने के बाद देखा कि पूर्वजन्म में उनकी पुत्री ब्राह्मण की पुत्री थी, लेकिन राजस्वला के दौरान उससे गलती हो गई। ऋषि पंचमी का व्रत भी नहीं किया था। इस वजह से उसे ये पीड़ा हुई है। फिर पिता के बताए अनुसार पुत्री ने इस जन्म में इन कष्टों से मुक्ति पाने के लिए पंचमी का व्रत किया। इस व्रत को करने से उत्तक की बेटी को अटल सौभाग्य की प्राप्ति हुई।
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