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India News (इंडिया न्यूज़),Israel Hamas War: इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्धा खतरा अब पूरी दुनिया पर मंडराने लगा है। क्योंकि एक बार फिर इजरायल अपने भयावह रूप में आ चुका है। लेकिन इन सब के बीच हमास की भूलभुलैया वाली सुरंगे इजरायल के लिए एक चुनौती के तौर पर सामने आ रही है। जहां इजरायल के लिए जमीनी रूप से हमास पर आक्रमण करना थोड़ा मुश्किल साबीत हो रहा है।
जिसके बाद अब इजरायल ने भी फिलिस्तीन के आतंकवादियों के साथ चल रहे युद्ध में हमास के आतंकियों को उनके ठिकाने से बाहर निकालने के लिए गाजा में सभी हथियार चलाने के अपने इरादे का संकेत दिया है। वहीं आईडीएफ के एक प्रवक्ता ने गाजा पट्टी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, गाजा पट्टी में एक परत नागरिकों के लिए है और दूसरी हमास के लिए. हमास की परत में बंकर और गुप्त ठिकाने हैं जहां से यह आतंकवादी संगठन संचालित होता है।
जानकारी के अनुसार बता दें कि, सर्व प्रथम सुरंग बनाने का मकसद था कि, हमास नेताओं के लंबे समय तक रुक सके। जिसके लिए जमीन के अंदर हजारों सुरंगें बनाई गई हैं, हालांकि तस्वीरें दिखाती हैं कि कुछ इतनी बड़ी नहीं हैं कि वहां सीधा खड़ा हुआ जा सके। एक रिपोर्ट की में इसके बारे में बताया गया कि, ऐसा माना जाता है कि गाजा के अंदर सुरंगें सतह से 30 मीटर नीचे हैं और उनके प्रवेश द्वार घरों, मस्जिदों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक भवनों की निचली मंजिलों पर स्थित हैं ताकि आतंकवादियों को पकड़ से बचाया जा सके।
गाजा पर आक्रमण की मन बना चुकी इजरायल के लिए इताना आसान नहीं होने वाला है। क्योंकि इस मामले में विशेषज्ञों के मानना है कि, यह इजरायली सेना के लिए एक चुनौती है क्योंकि गाजा में जमीनी आक्रमण का अनिवार्य रूप से मतलब होगा कि इजरायली सेना को हमास द्वारा बिछाई गई भूलभुलैया में चलना होगा। हालांकि, भूलभुलैया से बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इससे दोनों तरफ बड़े पैमाने पर लोग मारे जा सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि, बीते साल 2021 में ही इज़रायली रक्षा बल का ये दावा सामने आया था कि, इजरायल ने हवाई हमलों में 100 किमी से अधिक सुरंगों को नष्ट कर दिया। जिसके बाद हमास का दावा है कि उसका ये नेटवर्क 500 किमी से अधिक लंबा है। जिसके बारे में फिलिस्तीनी इतिहासकार हरेल चोरेव ने बताया कि, वास्तव में कोई नहीं जानता कि अंडरग्राउंड क्या है। बता दें कि, इजरायल इस अंडरग्राउंड नेटवर्क को गाजा मेट्रो कहता है। एक रिपोर्ट की माने तो यह एक ऐसे क्षेत्र के नीचे है जो केवल 41 किमी लंबा और 10 किमी चौड़ा है, लेकिन यह गुप्त सुरंग 41 किमी से भी अधिक लंबी है क्योंकि इसमें भूलभुलैया हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, गाजा मेट्रो का निर्माण कार्य 2005 में इसके हमास के नियंत्रण में आने से पहले ही शुरू हो गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य इजरायली नाकाबंदी को दरकिनार करने के लिए उपभोक्ता वस्तुओं की तस्करी करना था। बाद के वर्षों में, वे खान यूनुस, जबालिया और शती शरणार्थी शिविर शहरों तक पहुंचने वाले एक उचित नेटवर्क के रूप में विकसित हो गए।
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