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इंडिया न्यूज, मुंबई:
Arun Haldar Visits Residence of Sameer Wankhede: मुंबई ड्रग्स केस की जांच की रहे एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगातार जातिगत आधार पर आरोप लग रहे हैं। आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हालदार मुंबई में समीर वानखेड़े के आवास पहुंचे। शनिवार को समीर वानखेड़े ने अरुण हालदार से मुलाकात की थी और खुद पर लग रहे धर्म परिवर्तन संबंधी आरोपों पर सफाई दी थी। इस पर हालदार ने कहा था कि अनुसूचित जाति के किसी अधिकारी पर यदि कोई जातिगत आधार पर आरोप लगाएगा तो आयोग चुप नहीं बैठेगा।
एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने कुछ दिन पहले खुद पर और अपने परिवार पर लगातार लग रहे धर्म परिवर्तन संबंधी आरोपों को लेकर अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत भेजी थी। शिकायत मिलने के बाद आयोग ने राज्य सरकार से 10 दिन में जवाब देने को कहा है। मुंबई पहुंचे आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हालदार से समीर वानखेड़े ने खुद उनके पास जाकर मुलाकात की और अपनी जाति से संबंधित सभी कागजात व प्रमाणपत्र दिखाए थे। मुलाकात के बाद वानखेड़े मीडिया से बात करने से कतराते नजर आए, लेकिन अरुण हालदार ने पत्रकारों से खुलकर इस विषय पर बात की।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हालदार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “समीर वानखेड़े ने उन्हें अपनी जाति से संबंधित जो कागजात दिखाए हैं, उन्हें देखकर तो लगता है कि वे अनुसूचित जाति के तहत आने वाले महार समाज से ही हैं। उनकी मां मुस्लिम थीं, जिनका देहांत हो चुका है। उनकी पहली शादी मुस्लिम महिला से हुई थी। लेकिन उसका पंजीकरण स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत हुआ था, जिसमें अंतरधार्मिक विवाह मान्य है। उनकी दूसरी पत्नी हिंदू हैं और उन्होंने अपने बेटे का नाम भी हिंदू ही रखा है।”
“चूंकि उनके पिता महार समाज से हैं, इसलिए समीर को भी अनुसूचित जाति का ही प्रमाणपत्र मिला है। हालदार ने कहा कि वानखेड़े निडर होकर अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने शिकायत की है कि उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आयोग ने इस संबंध में राज्य सरकार से 10 दिन में जवाब देने को कहा है। हालांकि अभी 10 दिन पूरे नहीं हुए हैं। लेकिन मेरे मुंबई आने पर वानखेड़े ने खुद मुझसे मिलकर अपने सारे कागजात दिखाए हैं और पूरे मामले की जानकारी भी दी है।”
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