संबंधित खबरें
पाकिस्तान इस किलर मिसाइल का भारत के खिलाफ करेगा इस्तेमाल! पड़ोसी मुल्क ने लॉन्च किया ऐसा देशी हथियार, पूरी दुनिया में मचा हाहाकार?
खत्म होगा महायुद्ध, इस इस्लामिक संगठन के साथ सीजफायर को तैयार है इजरायल! तबाही नहीं मचाने के लिए नेतन्याहू ने रखी ये शर्त
कट्टरपंथियों का काल बना ये हिंदू योगी, अब बांग्लादेश ने कर दी उसकी ऐसी हालत, लाल हुई भारत की आंखें
अमेरिका-चीन की गंदी चाल पर भारत को आया गुस्सा, कही ऐसी बात कि याद रखेंगी जो बाइडेन और जिनपिंग की 7 पुश्तें
मौलाना का गला रेतकर पाकिस्तानी सेना की चौकी पर लटकाया, PM Shehbaz को दे डाली खुली चुनौती, शिया-सुन्नी के बीच खूनी जंग में 150 लोगों का उठा जनाजा
नाटो ही नहीं धरती को कई बार तबाह कर सकते हैं इस देश के परमाणु बम…पीएम मोदी के खास मित्र का घूमा माथा तो खत्म हो जाएगी दुनिया
India News(इंडिया न्यूज),Pakistan: इन दिनों पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते खराब होते हुए नजर आ रहे है। जिसका कारण है कि, पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान के लोगों को बाहर निकालने के लिए निर्णय है। वहीं इस मामले पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने बुधवार को तालिबान को लेकर कहा कि, आतंकवादी अमेरिका में बने हथियारों का इस्तेमाल उनके देश के खिलाफ कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, एक दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि उसने अफगानिस्तान से अपने बलों को निकालने के दौरान कोई भी हथियार वहां नहीं छोड़ा था।
जानकारी के लिए बता दें कि, पाकिस्तान कार्य वाहक पीएम काकड़ ने आगे अमेरिका की बातों पर जोर देकर कहा कि, इस्लामाबाद अपने इस रुख पर दृढ़ता से कायम है कि पाकिस्तान में आतंकवादी अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही बता दें कि, आतंकवादियों की ओर से 17 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या करने और पाकिस्तान वायु सेना के एक प्रशिक्षण अड्डे पर हमला करने के कुछ दिनों बाद मंगलवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने टिप्पणी की थी।
बीते दिनों अमेरिका की ओर से एक बयान जारी हुआ था जिसमें अमेरिका ने कहा था कि, ‘हम नवंबर की शुरुआत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अड्डों पर कई हमलों की रिपोर्ट से अवगत हैं और हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं, लेकिन हम इस बारे में बहुत स्पष्ट होना चाहता हूं । अफगानिस्तान से वापसी के दौरान अमेरिकी बलों ने कोई उपकरण नहीं छोड़ा था। प्रवक्ता पटेल ने आगे कहा कि, ‘मैं यह भी कहूंगा कि बड़े पैमाने पर सैन्य अनुदान सहायता निलंबित है जबकि हमने कानून प्रवर्तन, कानून के शासन, मादक पदार्थ विरोधी प्रयासों और सुरक्षा को लेकर अन्य क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए 40 से अधिक वर्षों से पाकिस्तान के साथ साझेदारी की है और हम अपने द्विपक्षीय संबंधों को महत्व देना जारी रखेंगे।’
इसके साथ ही पाकिस्तानी कार्यवाहक पीएम काकड़ ने कहा कि, अमेरिका की ‘पाकिस्तान में अपने हथियारों के इस्तेमाल को स्वीकार करना या अस्वीकार करना अप्रासंगिक है, क्योंकि ऐसे सबूत हैं जो पुष्टि करते हैं कि ये हथियार काला बाजार में पहुंचे रहे हैं और इनका इस्तेमाल भी किया जा रहा है।’ जियो न्यूज ने काकड़ के हवाले से कहा कि पाकिस्तान का रुख तथ्यों पर आधारित है, न कि साजिश के सिद्धांतों पर।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.