संबंधित खबरें
Haryana News: हरियाणा में हाथी पर सवार होकर दूल्हे ने की बिना दहेज की शादी, 1 रुपये का दिया शगुन
Haryana Roadways News: जल्द हरियाणा रोडवेज से जुड़ेगा मोहना बस अड्डा, पूर्व परिवहन मंत्री ने दिया था मंजूरी
भरी महफिल में Rahul Gandhi के चेहरे पर दिखा हारे हुए हरियाणा का दर्द? Video में कही ऐसी बात…गूंजने लगे ठहाके
Haryana Fraud News: ऑनलाइन गेमिंग एप के नाम पर ठगी, पुलिस ने कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर 9 आरोपी दबोचे
'सुनो मैं पानी…', दुल्हन ने सुहागरात पर सब्र की सारी हदें की पार! फिर दूल्हे ने शेयर की ऐसी कहानी सुनकर लोगों के छूटने लगे पसीने
साइंस टीचर की कुर्सी के नीचे लगाया बम, फिर रिमोट से कर दिया धमाका, बच्चों के शैतानी दिमाग से हिला हरियाणा का यह जिला
डॉ रविंद्र मलिक
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
Air Quality In Haryana All Districts एयर पॉल्यूशन बढ़ रहा है और हालात दिन ब दिन गंभीर होते जा रहे हैं। दीवाली के मौके पर हालात बद से बदतर हो गए। स्थिति ये थी कि प्रदेश भर में वायु की गुणवत्ता बेहद ही खराब( सिवियर क्वालिटी) थी। फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए सांस लेना दूभर हो गया। सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद भी लोग बाज नहीं आए। पटाखे जमकर बिके भी और चले भी। परिणाम ये हुआ कि दूषित हुई आबोहवा ने ना केवल मरीजों बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों की हेल्थ पर भी असर डाला।
हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (एचएसपीसीबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में केवल केवल पंचकूला ही ऐसा जिला रहा जहां हवा की क्वालिटी संतोषजनक रही है और यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) सबसे कम 161 रहा। इसके बाद सिरसा और यमुनानगर ही ऐसे जिले रहे हैं जो पंचकूला के बाद हवा की क्वालिटी के मामले में ठीक रहे। इन दोनों जिलों में एक्यूआई सोनीपत और यमुनानगर हैं। ये भी बता दें दिल्ली से सटे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता बेहद ही खराब रही है।
हरियाणा के 10 से ज्यादा जिले ऐसे रहे हैं जहां हवा की क्वालिटी का स्तर बेहद ही खराब रहा (सिवियर) है। प्रदेश में सबसे ज्यादा हवा की गुणवत्ता फरीदाबाद में रही और एक्यूआई लेवल 471 रहा। इसके बाद फरीदाबाद में ये 461 रहा। भिवानी में ये आंकड़ा 438 और चरखी दादरी में 424 रहा। वहीं रोहतक में 440, सोनीपत 403, पानीपत 413 और मानेसर में एक्यूआई लेवल 456 रहा। वहीं हिसार में 406 औ? जींद में 462 रहा।
दीवाली से पहले ही सुप्रीम ने निर्देश दिए थे और इनके अनुसार दिल्ली से सटे हरियाणा के 14 जिलों में पटाखे जलाने और इनकी बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। जिन जिलों में पटाखों की बिक्री पर बैन था, उनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, चरखी दादरी, सोनीपत, भिवानी, महेंद्रगढ़, रोहतक, करनाल, जींद, नूंह, पलवल, रेवाड़ी और झज्जर जिले शामिल थे। इसके अलावा वो जिले भी शामिल थे जिनमें नवंबर में हवा की गुणवत्ता खराब या उससे ऊपर की श्रेणी में थी। इसके अलावा पटाखों की आॅनलाइन शॉपिंग पर भी बैन था। लेकिन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने में कोई कसर बाकी नहीं ?खी।
आधा दर्जन से ज्यादा जिले ऐसे रहे हैं जहां हवा की क्वालिटी वैरी पुअर कैटेगरी में रखी गई है। इस कैटेगरी में वो जिले हैं जिनमें एक्यूआई लेवल 301 से 400 के बीच रहा। इन जिलों में कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, मेवात (मंडीखेड़ा), नारनौल और पलवल जिसे शामिल रहे हैं। इसके अलावा धारूहेड़ा और फतेहाबाद में भी कमोबेश यही स्थिति रही।
एक्सपर्ट्स की अनुसार हवा की क्वालिटी मुख्य रूप से 6 कैटेगरी में रखी गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अगर 0 से 50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है और स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं होता है। अगर से 51 से 100 के बीच में है तो गंभीर मरीजों को थोड़ी बहुत दिक्कत हो सकती है। वहीं 101 से 200 के बीच है तो अस्थमा व हार्ट संबंधी रोगों से जूझ रहे लोगों को परेशानी होती है। इसके बाद 201 से 300 के बीच एक्यूआई है तो इसको पुअर श्रेणी में रखा जाता है और इसका शरीर पर ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके बाद अगर स्कोर 301 से 400 के बीच है तो इसको वैरी पुअर कैटेगरी में रखा जाएगा और ये स्वास्थ्य पर ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है। सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति तब होती है जब एक्यूआई 401 से 500 हो। इस स्थिति में हेल्दी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर तो दुष्प्रभाव तो पड़ता ही है, साथ में बीमारियों से जूझ रहे व्यक्तियों के शरीर पर गंभीर असर होता है।
स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि दिवाली के अगले दिन प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई। इनमें वो मरीज ज्यादा थे जो या तो पहले ही फेफड़ों या किसी अन्य बीमारी से जूझ रहे थे या फिर पटाखों के चलते झुलसने से उनको यहां आना पड़ा। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को ज्यादा परेशानी से गुजरना पड़ा। ऐसी किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अतिरिक्त इंतजाम किए गए थे।
एचएसपीसीबी के रीजनल आफिसर Virendra Poonia वीरेंद्र पुनिया ने कहा कि हरियाणा के ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता बेहद ही खराब रही है। केवल पंचकूला में ही हवा की क्वालिटी मोडरेट श्रेणी में रही। ज्यादातर जिले तो ऐसे जहां हवा की क्वालिटी तय मानकों पर खरा ही नहीं उतर पाई। लोगों ने गाइडलाइन की अनुपालना नहीं की जिसके चलते ऐसी स्थिति उपजी।
जिले का नाम, हवा की गुणवत्ता (AQI)
1. अंबाला 297
2. बल्लभगढ़ 457
3. भिवानी 438
4.चरखी दादरी 424
5. फरीदाबाद 467
6. फतेहाबाद 324
7. गुरुग्राम 471
8. हिसार 406
9. जींद 462
10. कैथल 380
11. करनाल 329
12. कुरुक्षेत्र 354
13. मेवात 336
14. मानेसर 456
15. नारनौल 382
16.पलवल 314
17. पंचकूला 161
18. पानीपत 413
19. रोहतक 440
20. सिरसा 290
21. सोनीपत 403
22 यमुनानगर 206
Read More :Diwali Celebration 2021 अमिताभ बच्चन की फैमिली फोटो हुई वायरल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.