संबंधित खबरें
कौन है 'संभल जामा मस्जिद' केस लड़ने वाले विष्णु शंकर जैन? उठा चुके हैं हिंदू धर्म के 110 मामले, अधिकतर में मिली जीत
'दैत्य वाला…', महाराष्ट्र में उद्धव को मिली शिकस्त, तो एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इस तरह उड़ाई खिल्ली!
दो सालों में भारत का इतना धन लुट गए अंग्रेज, देश को खोखला करने की थी कोशिश, सच्चाई जान रह जाएंगे हैरान!
अजित पवार ने खेला ऐसा दाव,सीएम पद को लेकर महायुति में छिड़ी जंग…चारों खाने चित हुए एकनाथ शिंदे
क्या इंदिरा गांधी की सरकार ने बदला था संविधान? 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने कर लिया फैसला
चुनावों में गंदी बेइज्जती के बाद अब राज ठाकरे पर टूटा बड़ा कहर, MNS की तबाही का पहला इशारा, अपने भी फेर लेंगे मुंह?
India News (इंडिया न्यूज),Parliament News: लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी दलों ने सुरक्षा में हुए चूक मामले पर गृह मंत्री के बयान और इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा में प्रश्नकाल, शून्यकाल या विधायी कामकाज तो दूर सभापटल पर पत्र तक नहीं रखे जा सके।
संसद की सुरक्षा में चूक व 14 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सियासी महाभारत लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। विपक्ष दलों के जबरदस्त हंगामे के चलते लोकसभा महज 50 सेकंड और राज्यसभा में करीब 10 मिनट ही कार्यवाही चल पाई। निम्न सदन में विपक्षी दलों की हगांमे और नारेबाजी के कारण सभापटल पर कागजात भी नहीं रखे जा सके। विपक्ष दोनों ही सदनों में गृह मंत्री अमित शाह के बयान और विस्तृत चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है। नारेबाजी और हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा व राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी दलों ने सुरक्षा में चूक मामले पर गृह मंत्री के बयान और इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। लोकसभा में प्रश्नकाल, शून्यकाल या विधायी कामकाज तो दूर सभापटल पर पत्र तक नहीं रखे जा सके।
कार्यवाही संचालन के लिए आए राजेंद्र अग्रवाल ने बैठते ही कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो फिर वही घटनाक्रम दोहराया गया। सभापति ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। इस दौरान सदन 25-25 सेकंड के लिए ही दो बार बैठा। विपक्षी दलो ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहा है।
हंगामे के बीच सभापति ने अपने चैंबर में सभी दलों की बैठक बुलाई। हालांकि बैठक का विपक्ष दलो ने बहिष्कार किया। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जब तक विस्तृत चर्चा और गृह मंत्री के बयान की मांग को स्वीकार नहीं किया जाता, तब तक विपक्ष दल किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लेगा।
संसद के शीतकालीन सत्र की अब महज पांच बैठकें ही बची हैं, जबकि सरकार के पास विधायी कामकाज का अंबार पड़ा है। इस सत्र में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा, भारतीय साक्ष्य विधेयक, मुख्य चुनाव आयुक्त व चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, डाक घर जैसे कई अहम विधेयक अभी लंबित हैं। बीती तीन बैठकों के हंगामे की भेंट चढ़ जाने के कारण सरकार इन सभी विधेयकों को कानूनी रूप से जामा पहनाने की राह में आगे नहीं बढ़ पाई है।
ये भी पढ़ें –
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.