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India News (इंडिया न्यूज़), J-K Weather: एल नीनो (El Nino) का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। इसके गर्म होने के कारण दुनिया के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। एल-नीनो एक जलवायु संबंधी घटना है, जो पूर्वी प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने का प्रतिनिधित्व करती है। इसका असर कश्मीर घाटी में देखने को मिला।
इस साल जम्मू-कश्मीर का सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन गुलमर्ग का मौसम भी बदला दिखा। इस साल यहां बारिश नहीं हुई। जिसकी वजह से टूरिस्ट को निराशा हुआ। वहीं स्थानीय लोग टूरिस्ट कम होने की वजह से अपने रोजगार को लेकर चिंतित हैं।
इसी बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि “गुलमर्ग को सर्दियों में इतना सूखा कभी नहीं देखा”। इस पोस्ट में उन्होंने पिछले दो बर्षों की तस्वीरें भी शेयर की है। जिसमें साफ तौर पर अंतर देखा जा सकता है।
I’ve never seen Gulmarg so dry in the winter. To put this in to perspective here are a couple of photographs from previous years, both taken on the 6th of Jan. If we don’t get snow soon the summer is going to be miserable. Not to mention skiers like me who can’t wait to get on… https://t.co/6Bj2umfGJq pic.twitter.com/gkhMZ49XSf
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 9, 2024
वहीं इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि “मैंने गुलमर्ग को सर्दियों में इतना सूखा कभी नहीं देखा। इसे परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए यहां पिछले वर्षों की कुछ तस्वीरें हैं, दोनों 6 जनवरी को ली गई हैं। अगर हमें जल्द ही बर्फ नहीं मिली तो गर्मी होगी दयनीय। मेरे जैसे स्कीयरों का तो जिक्र ही नहीं जो ढलान पर जाने के लिए इंतजार नहीं कर सकते, लेकिन वहां स्की करने के लिए कुछ भी नहीं है।”
बता दें कश्मीर इस समय सूखे दौर से गुजर रहा है। इस महीने में यहां बारिश में 78 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। जिसकी वजह से यहां पर्यटक बर्फबारी को मिस कर रहें हैं। कश्मीर वर्तमान में “चिल्ला-ए-कलां” की चपेट में है। जो 40 दिनों की कठोर सर्दियों की अवधि है। इस समय क्षेत्र में शीत लहर चलती है। साथ ही तापमान काफी गिर जाता है। जिसकी वजह से जल निकायों के साथ-साथ पाइपों में भी पानी जम जाता है। ‘चिल्ला-ए-कलां’ 31 जनवरी को खत्म होने की संभावना है।
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