संबंधित खबरें
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
India News (इंडिया न्यूज़), Israel Hamas War: इजरायल हमास जंग हर गुजरते दिन के साथ बढ़ रहा है। इजरायल इस वक्त उत्तर से लेकर दक्षिण गाजा पर लगातार जबरदस्त हमलें कर रहा है। गाजा पर भीषण बमबारी के कारण मरने वालो और घायलों की संख्या बढ़ी है।
हमास के संचालित फिलिस्तीनी क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि घिरे गाजा पट्टी में भारी इजरायली हमलों और शहरी लड़ाई के कारण रात भर में 128 और लोग मारे गए। खान यूनिस इस वक्त संघर्ष का केंद्र बन गया है, जिसके विशाल क्षेत्र विनाश के उजाड़ृ में बदल गए हैं।
बता दें कि चल रहे युद्ध के कारण गाजा में बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ है। पूरा गाजा मलबे में तब्दील हो गया हैं और घातक बीमारियों में वृद्धि हुई है। बमबारी से चिकित्सा प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हुई है। और अब बड़ी आबादी को भुखमरी और पानी की कमी जैसे खतरों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति इस हद तक खराब हो गई है कि संयुक्त राष्ट्र के आपातकालीन राहत प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि भुखमरी के खतरे में फंसे 400,000 गाजावासियों का “महान बहुमत” वास्तव में अकाल में है।
यहीं नहीं गाजा में एक गंभीर मानवीय संकट सामने आ गया है क्योंकि क्षेत्र अकाल के कगार पर है। राफा की सात बच्चों की मां हनादी गमाल सैद एल जमारा, जीवित रहने के लिए अपने परिवार के संघर्ष की एक भयावह तस्वीर पेश करती हैं। उन्होंने सीएनएन को बताया, “वे अब कमजोर हैं, उन्हें हमेशा दस्त होते हैं, उनके चेहरे पीले हो गए हैं,” उन्होंने अपने बच्चों और बीमार पति पर भूख से होने वाले असर के बारे में बताया।
संघर्ष बढ़ने से पहले ही 17 वर्षों तक इजरायल और मिस्र द्वारा लगाए गए आंशिक नाकाबंदी के कारण गाजा की अधिकांश आबादी भोजन सहायता पर निर्भर थी। हाल की बमबारी और घेराबंदी ने आवश्यक आपूर्ति को गंभीर रूप से समाप्त कर दिया है, जिससे लगभग 2.2 मिलियन की पूरी आबादी गंभीर खाद्य असुरक्षा या इससे भी बदतर स्थिति का सामना कर रही है। संयुक्त राष्ट्र के आपातकालीन राहत प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों द्वारा भूख से मरने के खतरे में बताए गए 400,000 गाजावासियों में से ‘महान बहुमत’ वास्तव में अकाल में हैं।”
Also Read:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.