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India News (इंडिया न्यूज़),PM Modi, अजीत मेंदोला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तंज के बाद कांग्रेस पर उत्तर प्रदेश की परंपरागत माने जाने वाली सीटों पर चुनाव लड़ने का दबाव बढ़ गया है। सूत्रों की माने तो अब पार्टी राहुल गांधी को अमेठी से, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी में से किसी एक को रायबरेली से चुनाव लड़वा सकती है। एक कोशिश यह भी की जा रही है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की ऐसी किसी सीट से भी गांधी परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़वाया जाए, जहां पर जातीय समीकरण से जीत की संभावना बना सके। मतलब मुस्लिम आबादी वाली ऐसी सीट जहां पर दलित व पिछड़ी जाति का वोट प्रतिशत ठीक ठाक हो। सपा और बसपा सीधे न सही दोस्ताना मुकाबले में मदद कर दें। कौन लड़ेगा या नहीं लड़ेगा इसका पता राज्यसभा के इस माह होने वाले चुनाव से पता चल जायेगा।
राज्यसभा के चुनाव के नामंकन की अंतिम तारीख 15 फरवरी है। अयोध्या में राम लला की मूर्ति प्रतिष्ठा समारोह के बाद बदले हालात में कांग्रेस गांधी परिवार को चुनाव लड़वाने में झिझक रहा है। खास तौर पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को। स्वास्थ्य और उम्र के चलते पार्टी में उन्हें राज्यसभा में भेजे जाने की चर्चा है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हार की डर से कुछ लोगों के दूसरे सदन से आने की बात हो रही है। सदन में उस समय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी मौजूद थी। कांग्रेस पर मोदी जिस तरह से बरसे उससे यही माना गया कि सोनिया गांधी पर उन्होंने निशाना साधा।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि इस बार उत्तर प्रदेश में जो माहौल बना है उसमें कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें है। पिछले आम चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे। सोनिया गांधी की जीत का भी अंतर घटा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में तो पार्टी की पूरे प्रदेश के साथ रायबरेली और अमेठी में भी बड़ी हार हुई है। कांग्रेस अब वहां पर नाम की ही बची हुई है। प्रियंका गांधी की जगह अविनाश पांडे को प्रदेश का प्रभारी बना पार्टी लोकसभा के लिए कोशिश तो कर रही है, लेकिन प्रत्याशियों की ही कमी बनी हुई है।
पार्टी की एक दुविधा यह भी है कि गांधी परिवार के चुनाव लड़ने के बाद भी अगर पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाती है तो फिर बड़ा संकट खड़ा हो जायेगा। राहुल गांधी तो अमेठी के साथ केरल की वायनाड से भी लड़ सकते है। दुविधा सोनिया गांधी को चुनाव लड़वाने को लेकर है। पार्टी में एक मत चल रहा है कि सोनिया गांधी राज्यसभा से संसद में आ जाएं, जिससे आवास समेत बाकी सुविधाएं यथावत बनी रहें। प्रियंका उनकी जगह रायबरेली से लड़ें। पार्टी क्या फैसला करती है ये बात 15 फरवरी से पहले पता चल जायेगी। अगर गांधी परिवार से कोई भी सदस्य राज्यसभा से आता है तो यह पहली बार होगा।
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