संबंधित खबरें
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
CM Yogi का बड़ा तोहफा, Vikrant Massey की The Sabarmati Report को किया टैक्स फ्री
India News(इंडिया न्यूज),Gaganyaan Mission: भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा के लिए गगनयान मिशन पूरी तरह से तैयार है। वहीं इस यात्रा में यात्रियों के नाम को लेकर लगातार बन रहे संसय अब पर्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए चार पायलटों के नामों की घोषणा की। जिसमें पायलट के नाम है – ग्रुप कैप्टन पी बालाकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर एस शुक्ला।
केरल की संक्षिप्त यात्रा पर आए पीएम मोदी ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र का दौरा किया, जहां उन्होंने गगनयान मिशन की प्रगति की समीक्षा की और अंतरिक्ष यात्री-नामितों को ‘अंतरिक्ष यात्री पंख’ प्रदान किए। इसके साथ ही इसरो की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि, मिशन को घरेलू विशेषज्ञता, भारतीय उद्योग के अनुभव, भारतीय शिक्षा जगत की बौद्धिक क्षमताओं और अनुसंधान संस्थानों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के पास उपलब्ध अत्याधुनिक तकनीकों पर विचार करके एक इष्टतम रणनीति के माध्यम से पूरा किया गया है।
वहीं गगनयान मिशन के बारे में बात करें तो, ये मिशन भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जिसे 2024-2025 के बीच लॉन्च करने का लक्ष्य है। इस परियोजना में तीन मनुष्यों के एक दल को तीन दिवसीय मिशन के लिए 400 किमी की कक्षा में लॉन्च करने और भारतीय समुद्री जल में उतरकर उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने की परिकल्पना की गई है। इसके साथ ही पिछले हफ्ते, इसरो ने अपने CE20 क्रायोजेनिक इंजन की मानव रेटिंग सफलतापूर्वक पूरी कर ली, जिससे मिशन लॉन्च करने की भारत की बोली को बड़ा बढ़ावा मिला।
”इसरो ने इस ममले में बयान जारी कर बताया कि, “13 फरवरी, 2024 को जमीनी योग्यता परीक्षणों के अंतिम दौर के पूरा होने के साथ, इसरो ने अपने CE20 क्रायोजेनिक इंजन की मानव रेटिंग में एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया है जो गगनयान मिशन के लिए मानव-रेटेड LVM3 लॉन्च वाहन के क्रायोजेनिक चरण को शक्ति प्रदान करता है। अंतिम परीक्षण उड़ान स्थितियों का अनुकरण करने के लिए इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स, महेंद्रगिरि में उच्च ऊंचाई परीक्षण सुविधा में किए गए वैक्यूम इग्निशन परीक्षणों की श्रृंखला का सातवां परीक्षण था।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.