संबंधित खबरें
इन 3 तारीखों को जन्में लोग 30 से 45 की उम्र में खूब कमाते हैं पैसा, जानें इनकी कुंडली में ऐसा क्या होता है?
मरने के बाद शरीर से कैसे निकलती है आत्मा? मौत से जुड़े ये डरावने रहस्य नहीं जानते मनुष्य
अगर कंगाली से रहना चाहते हैं कोसों दूर, तो वॉशरूम में अनजाने से भी न रखें ये चीजें, वरना कभी नही भर पाएगा कुबेर खजाना!
कलियुग या घोर कलियुग? कैसा होगा महिलाओं और पुरुषों का चरित्र, श्रीकृष्ण ने द्वापर में कर दी थी ये भविष्यवाणी!
अगर बिना कर्ज चुकाए आ गई मृत्यु तो नए जन्म में पड़ सकता है तड़पना? ऐसा होगा अगला जन्म की झेलना होगा मुश्किल!
तुला समेत इन राशियों के खुलने वाले हैं भाग्य, पुष्य नक्षत्र में बनने जा रहा खास शुक्ल योग, जानें आज का राशिफल
India News (इंडिया न्यूज़), Rangbhari Ekadashi: फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी या रंगभरी एकादशी के नाम से जाना जाता है। रंगभरी या आमलकी एकादशी महाशिवरात्रि और होली के बीच आती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह एकादशी फरवरी या मार्च माह में आती है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। दरअसल, एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। लेकिन यह एकमात्र ऐसी एकादशी है जिसका संबंध भगवान शिव से है। इसलिए इस दिन काशी विश्वनाथ वाराणसी में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि इसी दिन बाबा विश्व नाथ माता गौरा का गौना कराने के बाद पहली बार काशी आये थे। फिर रंग गुलाल से उनका स्वागत किया गया. इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ आंवले के पेड़ की भी पूजा की जाती है। इस साल रंगभरी एकादशी 2 मार्च से शुरू होगी. ऐसे में भक्तों के बीच असमंजस की स्थिति है कि 20 या 21 मार्च 2024 को एकादशी व्रत कब रखें. आप भी जानिए कब है रंगभरी या आमलकी एकादशी?
आमलिका या रंगभरी एकादशी एकादशी तिथि- 20 मार्च दिन बुधवार
ये भी पढ़े-Aloe Vera Types: एक या दो नहीं 200 प्रकार के होते हैं एलोवेरा, फायदे जान रह जाएंगे हैरान
भगवान शिव और मां पार्वती की पूजन सामग्री- फूल, पांच फल, पांच मेवे, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देसी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र , महक, रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम की मंजरी, जौ की बालें, तुलसी के पत्ते, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीपक, रुई, मलयागिरी, चंदन, श्रृंगार की सामग्री शिव और माता पार्वती आदि।
ये भी पढ़े- Pakistan Reaction on CAA: CAA पर आया पाकिस्तान का पहला बयान, मुमताज़ जहरा बलोच ने उगला जहर
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.