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India News(इंडिया न्यूज),New Born Baby: हर महिला की चाहत होती है कि वह मां कहलाए। लेकिन इस मां ने जो किया वो शर्मनाक है। यह रूह कंपा देने वाला है। 23 साल की इस महिला ने अपने ही बच्चे को पैदा होते ही जिंदा दफना दिया। बच्चा 12 घंटे तक जमीन के नीचे दबा रहा। सुबह जब परिजनों ने बगीचे में खून देखा तो घबरा गये। तुरंत खुदाई शुरू कर दी। अंदर जो कुछ दिखा वह किसी चमत्कार से कम नहीं था। बच्चे की सांसें चल रही थीं। 12 घंटे तक जमीन में दबे रहने के बावजूद वह जीवित थे। परिजन तुरंत उसे लेकर अस्पताल भागे और आखिरकार डॉक्टरों ने उसे बचा लिया। पूरा मामला जानने के बाद आप भी यही कहेंगे, जाको राखे साइयां मार सके न कोय…
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना युगांडा की है। 23 साल की यह महिला गर्भवती थी। उनका पहले से ही एक और बच्चा है। महिला दूसरा बच्चा नहीं चाहती थी। इसलिए जब वह गर्भवती हुई तो उसने अपने परिवार को नहीं बताया। एक दिन आधी रात को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इसके बाद महिला ने न तो परिवार के किसी सदस्य को बताया और न ही कोई चिकित्सीय सहायता ली। उन्होंने खुद ही बच्चे को जन्म दिया। परिवार को पता न चले इसलिए उसे आधी रात को एक बगीचे में दफना दिया गया।
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सुबह जब परिवार के लोग उठे तो बगीचे में खून के निशान देखे। खोजते-खोजते वे उस स्थान पर पहुँचे जहाँ बालक को दफनाया गया था। जब खुदाई शुरू हुई तो बच्चा अंदर दबा हुआ था। लेकिन वे यह देखकर आश्चर्यचकित रह गए कि इतने घंटों तक जमीन के नीचे दबे रहने के बावजूद वह जीवित था। रातभर मिट्टी के नीचे दबे रहने के कारण शरीर पर कई जगह चोट और चोट के निशान थे। वह अभी भी गर्भनाल से जुड़ा हुआ था। रात भर दफनाए जाने के कारण शरीर ठंडा हो गया था और उसकी त्वचा नीली पड़ गई थी।
परिजनों ने तुरंत मिट्टी साफ की और नाल काटकर बच्चे को बाहर निकाला। कुछ मिनटों के बाद, उन्होंने बच्चे के रोने की आवाज़ सुनी, तो वे अस्पताल की ओर भागे। यह देखकर डॉक्टर भी दंग रह गए। उन्होंने तुरंत घावों को साफ किया और उसे इनक्यूबेटर में रख दिया। कई तरह की जांच की गई। पता चला कि उनके दिल, पेट या किसी अन्य अंग पर कोई चोट नहीं थी। छह दिन तक इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
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यह रिपोर्ट इंटरनेशनल मेडिकल केस रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुई थी। इसे चमत्कार कहा गया। विशेषज्ञ ने कहा, यह मामला सभी स्थापित मानदंडों को खारिज करता है। इससे पता चलता है कि एक बच्चा कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है। इससे हमें बच्चों को बचाने का एक नया तरीका मिलता है।’ बच्चे की देखभाल अब उसकी दादी कर रही है। उनके शरीर का विकास बिल्कुल ठीक से हो रहा है। पुलिस ने बच्चे की हत्या के प्रयास के आरोप में मां को गिरफ्तार कर लिया है।
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