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India News(इंडिया न्यूज),Iran-Israel War: ईरान के हमले के बाद इजरायल ने इसका मुह-तोड़ जवाब देते हुए ईरान के इस्फहान शहर पर हमला किया। जिसके बाद लगातार रूप से ये सवाल खड़े होने लगे कि, आखिर ऐसा क्या है इस्फहान शहर में जिसके लिए इजरायल ने हमले के लिए इस शहर को चुना। ये सवाल इसलिए भी खड़े होने लगे क्योंकि इससे पहले खुफिया एजेंसी मोसाद शहर में बने ठिकानों को सीक्रेट हमले में निशाना बना चुकी है। जानकारी के लिए बता दें कि, इजरायल ने ईरान के अंदर घुसकर सीमित सैन्य हमला किया है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने सीरिया, इराक के अलावा ईरान के इस्फहान शहर को निशाना बनाया है।
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मिली जानकारी के अनुसार, इजरायली अधिकारी अब अपने हमले की समीक्षा कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि ईरान को कितना नुकसान हुआ है। खबर ये भी सामने आ रही है कि, इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। वहीं ईरान ने कहा है कि उसकी धरती पर कोई भी विदेशी हमला नहीं हुआ है। इजरायली मीडिया के मुताबिक इससे पहले भी इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद भी इस आइए जानते हैं कि ईरान के इस्फहान शहर में ऐसा क्या है जो बार-बार इजरायल यहां पर भीषण हमले कर रहा है।
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मिली जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक ऊंचाई वाली प्रणाली एरो-3 है, जो अंतरिक्ष में बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकती है। एक पुराना मॉडल, एरो-2, कम ऊंचाई पर काम करता है। मध्य दूरी की डेविड स्लिंग बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों का मुकाबला करती है, जबकि कम दूरी की आयरन डोम गाजा और लेबनान में ईरानी समर्थित मिलिशिया द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले रॉकेट और मोर्टार से निपटती है – लेकिन सैद्धांतिक रूप से इसे किसी और पर भी दागा जा सकता है। शक्तिशाली मिसाइलें एरो या डेविड स्लिंग से चूक गईं। वहीं इजरायली प्रणालियों को गठबंधन-शक्ति सुरक्षा के लिए क्षेत्र में समकक्ष अमेरिकी इंटरसेप्टर में पैच करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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