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India News(इंडिया न्यूज),Muslims Use Most Condoms Fact: पीएम मोदी का मुसलमान को लेकर दिया गया बयान लगातार चर्चा में है वहीं पीएम मोदी के इस बयान के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी रविवार को पीएम मोदी के “धन पुनर्वितरण… उन लोगों को… जिनके पास सबसे अधिक बच्चे हैं… घुसपैठियों को” वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, “मुसलमान सबसे अधिक कंडोम का उपयोग करते हैं इसके साथ ही ओवैसी ने केंद्र सरकार की ‘मोदी की गारंटी’ टैगलाइन पर कटाक्ष करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री की एक ही गारंटी है…दलितों और मुसलमानों से नफरत। जिसके बाद अब हम आपको बताएंगे कि, ओवैसी के इस दावे में कितनी सच्चाई है।
‣ @narendramodi की एक ही गारंटी है, दलितों और मुसलमानों से नफ़रत करो।
‣ एक मुल्क का वज़ीर-ए-आज़म इस मुल्क की 15 फ़ीसद अवाम को घुसपैठिया कहता है, इससे शर्मनाक बात कुछ और नहीं हो सकती। pic.twitter.com/87mIdAfiAi
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 27, 2024
ओवैसी के इस बयान के बाद बात आगर सरकारी आकड़े की करें तो, वह राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 की रिपोर्ट है। 2019-2021 के बीच हुए नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) में सभी धर्मों के बीच प्रजनन दर के आंकड़े रखे गए थे। यह सर्वे केंद्र सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) कराता है। NFHS-5 के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले दो दशकों में मुस्लिम प्रजनन दर सभी धर्मों में सबसे तेजी से कम हुई है। 1992-93 में हुए पहले सर्वे में मुस्लिम प्रजनन दर 4.4 थी. 2019-21 में हुए पांचवें सर्वे के दौरान, मुस्लिम प्रजनन दर 2.3 दर्ज की गईय़ यानी एक मुस्लिम महिला अपने जीवनकाल में औसतन 2.3 बच्चों को जन्म दे रही थी। वहीं नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अनुसार, सभी धर्मों में मुस्लिमों की प्रजनन दर अब भी सबसे ज्यादा है। हिंदुओं में प्रजनन दर 1.94 दर्ज की गई. सर्वे के आंकड़े देखें तो हिंदुओं और मुस्लिमों की प्रजनन दर का अंतर बड़ी तेजी से घट रहा है।
ओवेसी के दावे के विपरित बात अगर इस दावे की सच्चाई की करें तो,NFHS-4 में जहां 37.9 प्रतिशत मुस्लिमों ने आधुनिक कॉन्ट्रासेप्टिव्स का इस्तेमाल करने की बात कही थी। जिसके बाद NFHS-5 में 47.4% मुस्लिमों ने कहा कि वे मॉडर्न कॉन्ट्रासेप्टिव्स का यूज करते हैं।
NFHS-5 के अनुसार, 32 फीसदी मुस्लिम पुरुष मानते हैं कि गर्भनिरोधन महिलाओं की जिम्मेदारी हैं। NFHS-5 के अनुसार, गर्भनिरोधक गोलियों का प्रयोग मुस्लिमों में सबसे अधिक है. कंडोम का यूज करने में मुस्लिमों का नंबर सिखों और जैनियों के बाद तीसरा है। इसका मतलब साफ है कि, यानी ओवैसी का दावा कि सबसे ज्यादा मुस्लिम पुरुष सबसे ज्यादा कंडोम यूज करते हैं, सही नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि, देश में कंडोम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल जैन पुरुष करते हैं।
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वहीं इस मामले में कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसने श्री मोदी पर मतदाताओं का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने के लिए झूठ बोलने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि उसके घोषणापत्र में ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है, और राहुल गांधी ने बाद में बताया कि सर्वेक्षण और इसके घटक यह समझने में एक “महत्वपूर्ण कदम” थे कि समाज के वर्गों का विकास कैसे हुआ और समानता सुनिश्चित करने के लिए क्या आवश्यक है। पार्टी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की। गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और उनके कांग्रेस समकक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नोटिस भेजा गया था।
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