संबंधित खबरें
क्या मुगलों ने भारत में जबरन धर्म परिवर्तन कराया था? इतिहास का वो काला सच जान उड़ जाएंगे आपके होश!
Parliament Winter Session: 'मुट्ठीभर लोगों की गुंडागर्दी के जरिए…', शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले PM मोदी ने भरी हुंकार, विपक्षियों को यूं दिया करारा जवाब
प्याज-टमाटर के बाद फटा CNG बम, इन शहरों में मंहगा हुआ ईंधन, आसमान छुएगा गाड़ी का खर्च
शादी में दुल्हन को छोड़…मिनी ट्रक के पीछे क्यों भागने लगा दूल्हा, वीडियो देख नहीं होगा आंखों पर विश्वास
अग्रेंजी बोलने वाला इंजीनियर सड़कों पर मांग रहा भीख, मां बाप को खोने के बाद हुआ ऐसा हाल, वीडियो देखने वाले रो पड़े
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, अडानी-मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष कर सकता है चर्चा की मांग, जानें किन बिलों को लाने की तैयारी में केंद्र सरकार
India News(इंडिया न्यूज),Lok Sabha Election: देश में चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर बाते तेज हो रही है वहीं दूसरी ओर बीजेपी के नेता बृजभूषण शरण सिंह के बेते करण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट देने के बाद सियासत गर्महट बढ़ गई है। जिसके बाद साक्षी मलिक ने इस निर्णय की आलोचना की है। बता दें कि, एक साल महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने फ़ैसला सार्वजनिक होने के बाद एक्स पर लिखा, “भारत की बेटियाँ हार गईं, बृज भूषण जीत गए।” “हम सभी ने अपने करियर को दांव पर लगा दिया, सड़क पर दिन बिताए। बृज भूषण को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। हमने हमेशा न्याय की मांग की है। लेकिन गिरफ्तारी तो दूर, उनके बेटे को टिकट मिल गया है, जिसने भारत की करोड़ों बेटियों का मनोबल तोड़ दिया है।
ये भी पढ़े:- Congress: खत्म होगा रायबरेली और अमेठी का सस्पेंस, कांग्रेस ने तेज की डी-डे की तैयारी- indianews
इसके साथ ही उन्होने कहा कि, परिवार में ही रह गया है। एक आदमी के सामने सरकार इतनी कमजोर क्यों है? आपको बस भगवान राम के नाम पर वोट चाहिए, उनके पदचिन्हों पर चलने के बारे में क्या ख्याल है?” मलिक ने कहा, जिन्होंने पिछले साल बृज भूषण के सहयोगी संजय सिंह के WFI चुनाव जीतने के बाद खेल छोड़ दिया था।
वहीं इस मामले में मलिक की मां सुदेश ने कहा, “हम बहुत दुखी और निराश हैं। पहलवानों को अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है और करण की पदोन्नति से पता चलता है कि कोई भी वास्तव में हमारी परवाह नहीं करता है।” उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने विरोध में कुश्ती छोड़ दी। बजरंग और विनेश ने अपने राष्ट्रीय सम्मान को घृणा से लौटा दिया। ऐसा लगता है कि सब बेकार हो गया है।” जून 2023 में, दिल्ली पुलिस ने पीछा करने और यौन उत्पीड़न के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 354D, 345A के तहत बृज भूषण के खिलाफ 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इस मामले की सुनवाई फिलहाल दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रही है। पिछले महीने, कोर्ट ने मामले में आगे की जांच की मांग करने वाली उनकी याचिका को खारिज कर दिया। अगली सुनवाई 7 मई को होनी है।
ये भी पढ़े:- Shaksgam Valley: सीमा पर जमीनी स्थिति को बदलने के हरकत में चीन, भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया-Indianews
इसके साथ ही पहलवान जितेन्द्र कुमार ने करण की उम्मीदवारी को “पीठ में छुरा घोंपना” कहा। जिसके बाद उन्होने कहा कि, “सरकार ने बार-बार हमें धोखा दिया है, लेकिन बृज भूषण के बेटे को टिकट मिलना वास्तव में पीठ में छुरा घोंपना है। क्या यही वजह है कि हम सड़कों पर सोए? क्या यही वो वजह है जिसके लिए हमने लड़ाई लड़ी? बृज भूषण के लोग WFI में वापस आ गए हैं और अब उनका बेटा चुनाव लड़ेगा। यह शर्म की बात है।
वहीं इस मामले में उम्मीदवारी पर सस्पेंस के बीच बृज भूषण ने कहा, जल्द ही मिलेगी ‘अच्छी खबर’ टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता और पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के प्रमुख चेहरों में से एक बजरंग पुनिया ने इस कदम को “देश का दुर्भाग्य” बताया। चार बार के विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा: “भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी कहती है, लेकिन अपने लाखों कार्यकर्ताओं में से उसने बृज भूषण के बेटे को टिकट देने का फैसला किया। यह ऐसे समय में हुआ है, जब पार्टी प्रज्वल रेवन्ना मुद्दे से घिरी हुई है… यह इस देश का दुर्भाग्य है कि देश के लिए पदक जीतने वाली बेटियों को सड़कों पर घसीटा जाता है और उनका यौन शोषण करने वाले व्यक्ति के बेटे को चुनाव टिकट देकर सम्मानित किया जाता है।”
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.